स्कूलों में शिक्षा विभाग के आदेश का सख्ती से हो पालन, बच्चों के तबीयत का ठंड में रखा जाए ध्यान-साकेत चन्द्राकर

स्कूलों में शिक्षा विभाग के आदेश का सख्ती से हो पालन, बच्चों के तबीयत का ठंड में रखा जाए ध्यान-साकेत चन्द्राकर

भिलाई। पूरा छत्तीसगढ़ ठंड की चपेट में है। बच्चों को सुबह के समय स्कूल जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों की तबीयत भी बिगड़ रही है। ऐसे में राज्य शासन को विशेष ज्ञान देने की जरूरत है। 

नगर पालिक निगम भिलाई के पार्षद एवं एमआईसी सदस्य साकेत चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा वर्ष 2024-25 में शासकीय अनुदान एवं गैर अनुदान प्राप्त शालाओं में शीतकालीन अवकाश दिनांक 23 /12 /24 से 28/ 12/ 2024 तक घोषणा की गई है। प्रदेश में तापमान में लगातार गिरावट से ठंड बहुत बढ़ गया है। ऐसे में क्षेत्र के सभी शाला विशेष कर प्राथमिक एवं नर्सरी कक्षा के बच्चों को शीतकालीन अवकाश में स्कूलों में नहीं बुलाना चाहिए। अधिकतर देखा जा रहा है कि प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को खेलकूद या अन्य कला एवं पढ़ाई इत्यादि के लिए अवकाश के दौरान भी बुलाया जा रहा है ।

छोटे बच्चे मजबूरन जिनकी रुचि खेल एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में है, शासन द्वारा तय किए गए छुट्टी में  भी स्कूल जाने के लिए मजबूर है। साकेत चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ शिक्षक स्कूल शिक्षा विभाग एवं दुर्ग जिला शिक्षा अधिकारी से मांग किया है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए  जिले के सभी शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों में शीतकालीन अवकाश का पालन गंभीरता से हो उसकी निगरानी करना चाहिए। साथ ही सभी स्कूलों को आदेश का पालन करते हुए शीतकालीन अवकाश में कम से कम नर्सरी एवं प्राइमरी के बच्चों को ठंड के मौसम में किसी भी प्रकार से स्कूल नहीं बुलाना चाहिए।