कालीपूजा को लेकर मंदिरों में की जा रही विशेष तैयारी, देखें पूजा की समय सारणी
भिलाई। दुर्ग जिले में कालीपूजा काली पूजा की तैयारियां अंतिम चरणों पर है। पूजा आयोजन समिति पूजा की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगा हुआ हैं। कालीपूजा को लेकर बंगीय समुदाय के लोग काफी उत्साहित है।
दीपावली की रात होने वाली मां काली की पूजा बंगीय समुदाय के लिए विशेष महत्व रखता है। दिवाली की रात यानी 31 अक्टूबर को कालीपूजा मनाई जाएगी। इसे श्यामा पूजा के नाम से भी जाना जाता है। भिलाई के सेक्टर-6 कालीबाड़ी, हुडको कालीबाड़ी, हाउसिंगबोर्ड कालीबाड़ी, वैशालीनगर कालीबाड़ी सहित अन्य मंदिरों में आयोजन को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है। ढोल ढाक, शंख, काशा के गूंज का पूजा में बड़ा महत्व है। विधिवत प्रतिवर्ष सम्पन्न होने वाली इस पूजा में साज सज्जा का विशेष महत्व होता है। पुष्पों से मंदिर को भव्य रूप से सजाया जाता है जो आकर्षक का केंद्र होता है। बंगीय समाज की कुलदेवी के रूप में पूज्य होने से वजह से समाज काफी उत्साहित है।
भिलाई के सेक्टर-6 कालीबाड़ी के पुजारी ने बताया कि 31 अक्टूबर को पूजा का शुभारंभ शाम 7.30 बजे से होगा। रात्रि 10.30 बजे बलीदान, आरती 11 बजे, पुष्पांजलि रात्रि 12 बजे तथा रात्रि 12.30 बजे भोग का वितरण श्रद्धालुओं को किया जाएगा। वहीं 30 अक्टूबर को श्यामा संगित का आयोजन भी सेक्टर 6 कालीबाड़ी में किया गया है। हुडको कालीबाड़ी के पूजा पं. निताई चक्रवर्ती ने बताया कि कालीपूजा रात्र 8.05 बजे प्रारंभ होगा। हवन 10.30 बजे, भोज 10.45 बजे, आरती 10.55 बजे, पुष्पांजलि 11.05 बजे तथा भोज प्रसाद वितरण 11.45 बजे किया जाएगा।