PM मोदी को पद्म पुरस्कार से सम्मानित 70 से अधिक डॉक्टरों ने लिखा पत्र, डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए अलग कानून बनाने की मांग
नई दिल्ली। पद्म पुरस्कार से सम्मानित हो चुके 70 से अधिक डॉक्टरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए अलग कानून बनाने की मांग के साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं में बेहतर सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू करने का आग्रह किया है। बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर की हत्या के बाद देशभर के डॉक्टरों में उबाल है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने वालों में आईसीएमआर के पूर्व महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव, एम्स दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया और इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइसेंज के निदेशक डॉ. एसके सरीन, रेडियोलॉजिस्ट डॉ. हर्ष महाजन, एम्स दिल्ली में एंडोक्रिनोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. निखिल टंडन, सर गंगा राम अस्पताल में नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. डीएस राणा और सर्जन डॉ.संदीप गुलेरिया शामिल हैं।
डॉक्टरों ने सुझाव दिया कि स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ मौखिक या शारीरिक हिंसा करने वालों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए। इसके लिए भी अध्यादेश लाया जाए। पत्र में पद्म पुरस्कार विजेताओं ने चिंताजनक स्थिति से निपटने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से तत्काल और व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की है। डॉक्टरों ने पत्र में कहा कि डॉक्टरों, चिकित्सा पेशेवरों और चिकित्सा संस्थानों के खिलाफ हिंसा की रोकथाम विधेयक 2019 से तैयार है लेकिन इसे अभी तक संसद में पेश नहीं किया गया है। इसे जल्द से जल्द संसद में पेश करके लागू किया जाए।