बजरंगी सुजीत स्वर्णकार के हत्या के विरोध में कलेक्ट्रेट का घेराव कल
भिलाई। प्रदेश के बलरामपुर जिला में बजरंग दल के सह संयोजक सुजीत स्वर्णकार की निर्मम हत्या कर दी गई है और प्रशासन द्वारा इस प्रकरण में केवल लीपापोती की जा रही है। विश्व हिंदू परिषद जिला दुर्ग जिला अध्यक्ष मनीष बुचासिया ने उक्त बातें प्रेस कांफ्रेंस में कही। सुजीत स्वर्णकार की हत्या मामले की सीबीआई जांच हो ताकि निष्पक्ष जांच हो व न्याय मील सके। मृतक को सहायता हेतु 1 करोड़ राशि प्रदान की जाये और मामले की जांच उपरांत दोषी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त किए जाने की मांग की गई। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल दुर्ग ज़िला द्वारा सोमवार को कलेक्टर घेराव कर बलरामपुर ज़िला सह संयोजक वीर बजरंगी सुजीत सोनी भाई की निर्मम हत्या के विरोध में ज्ञापन सौंपा जाएगा।
विश्व हिंदू परिषद जिला दुर्ग जिला अध्यक्ष मनीष बुचासिया ने बताया कि विगत 27 मई को संदिग्ध अवस्था मैं सुजीत स्वर्णकार का शव जंगल में पाया गया था। मृतक के पैट और जांघ में धारदार हथियार से वार किया गया। इस बात का पंचनामा में भी उल्लेख है। उसकी उंगलियां टूटी हुई थीं और गर्दन भी तोड़ी गई थी।उसे हलाल करके अधमरा करने के बाद जीवित शरीर पर विद्युत करंट लगाया गया, जो कि किसी निश्चित स्थान पर किया गया होगा। इस प्रकार तड़पा-तड़पा कर बर्बरतापूर्वक हत्या करने के बाद उसके शव को जंगल में फेंक दिया गया। साथ ही जिस लड़की की भी हत्या की गई, उसकी बड़ी बहन को सोनू खान गौ तस्कर का रात के 1 बजे फोन आता है, और इससे इस षइयंत्र की पुष्टि होती है। तथ्यपरक जांच होने के पश्चात इसमें गौ तस्करों की संलिप्तता की पुष्टि होगी।
उन्होंने कहा कि बलरामपुर बजरंग दल जिला सह संयोजक की हत्या एक गहरी साजिश है और हिन्दु रक्षकों को हतौत्साहित करने का एक कुत्सित प्रयास है। कवर्धा में साधराम यादव की निर्ममतापूर्वक हत्या कर दिया गया। वही बलरामपुर में सुजीत स्वर्णकार की हत्या हो गई प्रदेश के अन्य कई जिलों में भी लव जिहाद, धर्मांतरण व गौ तस्करी के मामले बढ़े है।हिन्दू आस्था के केंद्र मंदिरों में विग्रह को तोड़ा गया है। जो हिन्दू धर्मसमाज के सामने गम्भीर चिंता का विषय है।
प्रदेश के अन्य जिलों में जो घटनाएं हो रहा है। उसमे भी आपके मंत्रियों का व्यवहार धर्मसमाज के प्रति सकारात्मक नही दिखाई दे रहा है। छतीसगढ़ शासन के मंत्री राम विचार नेताम जी जैसे अनुभवी एव जिम्मेदार नेता अपने दायित्वों से पूरी तरह विमुख होकर एक संवेदनहीन प्रशासक की तरह व्यवहार कर रहे हैं। जिसे सही नही कहा जा सकता है। एक हिंदुत्ववादी सरकार से विश्व हिन्दू परिषद तथा अन्य तमाम हिन्दू संगठन इस तरह के बर्ताव की अपेक्षा नहीं करता है। अगर ऐसे बड़े मामलों पर आगे कार्यवाही नही होती है तो छत्तीसगढ़ विश्व हिंदू परिषद-बजरंग दल प्रांतव्यापी आंदोलन को बाध्य होगा एवं मंत्रियों का घेराव तथा आवश्यक होने पर मुख्यमंत्री का घेराव भी किया जाएगा। जिसकी समस्त जवाबदारी राज्य शासन की होगी ।
हत्या पूर्व का मामला - छतवा, थाना रामानुजगंज चौकी विजयनगर जिला-बलरामपुर (छ.ग.) निवासी नुर मोहम्मद एवं उसके दामाद, संमधी, साडू पुत्र एवं घर के अन्य सदस्य सहीत' रिस्तेंदारों कें द्वारा अपने घर में ही गौवंश की निर्मम हत्या कर घर में होने वालें खतना के कार्यक्रम में सामुहिक दावत दिया गया था। नूर मोहम्मद के घर में ही गौवंश की हत्या कर उसे पकाया गया एवं बचे अवशेष को घर के कमरे में ही गड्डा खोदकर दफना दिया गया। जिसकी ज़ानकारी समस्त हिंन्दू समाज एवं विश्व हिन्दू परिषद बज़रंग दल को प्राप्त होने पर विज॑यनगर चौंकी में सूचना दी गई जिस पर गौवंश का पका हुआ मांस करीब 35 किलो एवं अवशेष सिंघ खुर, खाल-आदि बरामद किया गया था। विजयनगर पुलिस 'द्वारा गिरफ्तार किये गये आरोपियों ने अपने कथन में कहा है कि उनके द्वारा पुर्व में भी नूर मोहम्मद के घर में गौवंश की हत्या कर गौ मांस का भक्षण किया गया है। बजरंग दल बलरामपुर के द्वारा इस मामले की शिकायत करने से नाराज लोगो ने प्रतिशोध के चलते इस घटना को अंजाम दिया होगा जो जांच का विषय है।