मजदूरों के भविष्य निधि में हो रही धोखाधड़ी

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन बोर्ड के सदस्य ने बैठक में रखी बात

मजदूरों के भविष्य निधि में हो रही धोखाधड़ी

लिखित में शिकायत होने पर कार्रवाई का चेयरमेन व कमिश्नर ने दिया भरोसा

भिलाई ।  कर्मचारी भविष्य निधि संगठन बोर्ड की बैठक गत दिनों रायपुर के ईपीएफओ कार्यालय में हुई। इस बैठक में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन बोर्ड के सदस्य एवं वरिष्ठ श्रमिक नेता एचएस मिश्रा ने ठेका व फैक्ट्री मजदूरों के साथ भविष्य निधि में बहुत धोखाधड़ी होने की बात रखी। जिस पर बोर्ड के चेयरमेन एवं कमिश्नर ने भविष्य निधि में गड़बड़ी करने वाले संस्थान के खिलाफ लिखित में शिकायत होने पर कार्रवाई करने का भरोसा दिया।

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन बोर्ड के सदस्य के रूप में बैठक में हिस्सा लेते हुए वरिष्ठ श्रमिक नेता एचएस मिश्रा ने बताया कि कुछ कंपनी, ठेकेदार, कंपनी मालिक उद्योगपति भविष्य निधि की कटौती करते हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिनके द्वारा भविष्य निधि की कटौती बिल्कुल भी नहीं की जा रही है। जो लोग कटौती कर रहे हैं उनमें से 20 प्रतिशत एजेंसियों को छोड़कर बाकी के 80 प्रतिशत एजेंसी पूरे हाजिरी पर भविष्य निधि की कटौती नहीं करती है।

श्री मिश्रा ने बताया कि बैठक में विभिन्न औद्योगिक संस्थानों काम करने वाले कर्मचारियों के वेतन ईपीएफ, सामाजिक सुविधा सहित अन्य मुद्दों को लेकर चर्चा की और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के स्तर पर भी समस्याओं के निराकरण की मांग रखी। उन्होंने कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन बोर्ड की बैठक में ठेका कामगारों की समस्याओं को रखा गया है। इसमें यह बात भी शामिल है कि अधिकांश ठेकेदार मजदूरों का ईपीएफ समय पर जमा नहीं कराते हैं। इसी तरह कम राशि जमा कराने की शिकायत पर कार्रवाई का निर्णय लिया गया। बोर्ड के सदस्य संस्थानों में क्रमवार पहल कर सूची तैयार करेंगे। उस सूची को कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय रायपुर को प्रेषित की जाएगी।

कर्मचारी भविष्य निधि में गड़बड़ी और धोखाधड़ी की शिकायतों पर बोर्ड के चेयरमेन एवं कमिश्नर ने सभी सदस्यों से कहा कि अगर ऐसी गलती या लापरवाही मजदूर हित के प्रति हो रही है तो कंपनी, कारखाना, ठेकेदार व एजेंसी के व्यक्तिगत फर्म के नाम से लिखित शिकायत करें। शिकायत मिलते ही तत्काल प्रभाव से जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। श्रमिकों को शत प्रतिशत उनके भविष्य निधि का योगदान दिलाया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि बोर्ड के सभी सदस्य जो भी शिकायत करेंगे उसे ही अधिकृत माना जाएगा।