शोध में खुलासा, भारत के कई ब्रांडेड नमक और चीनी में माइक्रोप्लास्टिक, कैंसर का खतरा
नई दिल्ली। नमक और चीनी एक आवश्यक खाद्य पदार्थों में से एक है। लगभग सभी के घरों में मौजूद होगा। इस बीच एक चौकाने वाला शोध रिपोर्ट सामने आया है। शोध रिपोर्ट में नमक और चीनी चाहे पैक्ड हो या अनपैक्ड लगभग सभी में माइक्रोप्लास्टिक्स पाए गए हैं। माइक्रोप्लास्टिक्स को कैंसर के प्रमुख कारकों में से एक माना जाता है।
पर्यावरण अनुसंधान संगठन टॉक्सिक्स लिंक ने 13 अगस्त को इस अध्ययन को 'माइक्रोप्लास्टिक्स इन सॉल्ट एंड शुगर' नाम से प्रकाशित किया है। शोधकर्ताओं के अनुसार माइक्रोप्लास्टिक्स वाली चीजें कई प्रकार के कैंसर के साथ मस्तिष्क और तंत्रिकाओं से संबधित विकारों को भी बढ़ाने वाली हो सकती हैं। सभी को विशेष सावधानी और सतर्कता बरतते रहने की आवश्यकता है।
शोधकर्ताओं ने भारत में बिकने वाले टेबल सॉल्ट, सेंधा नमक, समुद्री नमक और स्थानीय कच्चा नमक जैसे 10 प्रकार के नमकों पर अध्ययन किया। इसके साथ ऑनलाइन और स्थानीय बाजारों से खरीदी गई पांच प्रकार की चीनी का भी परीक्षण किया गया।
अध्ययन में सभी नमक और चीनी के सैंपल में फाइबर और छोटे टुकड़ों सहित विभिन्न रूपों में माइक्रोप्लास्टिक्स की उपस्थिति का पता चला। इन माइक्रोप्लास्टिक्स का आकार 0.1 मिमी से 5 मिमी तक था। आयोडीन युक्त नमक में माइक्रोप्लास्टिक्स की उच्चतम मात्रा पाई गई।