गायों के लिए चलित एंबुलेंस और टोल फ्री नंबर की मांग, शारदा गुप्ता ने पीएम-CM को लिखा पत्र
भिलाई में जनहित संघर्ष समिति के जिला संयोजक शारदा गुप्ता ने सड़कों पर घायल गौमाताओं के इलाज और सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में चलित एंबुलेंस सेवा और टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर शुरू करने की मांग की गई है।

भिलाई। बरसात के मौसम में सड़कों पर घायल और तड़पती गायों की हालत को लेकर अब सामाजिक कार्यकर्ता भी आवाज़ उठाने लगे हैं। जनहित संघर्ष समिति के जिला संयोजक शारदा गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर गायों के इलाज के लिए चलित एंबुलेंस सेवा और टोल फ्री नंबर शुरू करने की मांग की है। गौसेवा से जुड़ा यह मुद्दा सिर्फ भावनात्मक नहीं बल्कि प्रशासनिक ध्यान भी मांगता है। अब देखना यह है कि शासन इस मांग को कितनी गंभीरता से लेता है।
शारदा गुप्ता ने पत्र में लिखा है कि बारिश के समय गायें सड़कों पर बैठ जाती हैं ताकि उन्हें मक्खियों से राहत मिल सके। लेकिन इससे ट्रैफिक में बाधा तो होती ही है, साथ ही हर दिन कई गायें वाहन की चपेट में आकर मर रही हैं या गंभीर रूप से घायल हो रही हैं। गुप्ता ने लिखा, "हमने गाय को माता का दर्जा दिया है, परन्तु उसी गौमाता को घायल अवस्था में सड़कों पर तड़पता देखना अत्यंत पीड़ादायक है। इससे धार्मिक भावनाएं भी आहत होती हैं।" उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसी चलित एंबुलेंस सेवाएं शुरू की जाएं जो 30 मिनट के भीतर पहुंच सकें और 24 घंटे उपलब्ध हों। इसके अलावा एक टोल फ्री नंबर, जैसे 112, बनाया जाए जिससे लोग तत्काल संपर्क कर सकें और घायल गौवंश को सहायता मिल सके।
शारदा गुप्ता ने यह भी कहा कि कुछ सेवाएं भले ही संचालित हो रही हैं, लेकिन अधिकतर लोगों को इनका संपर्क नंबर पता नहीं होता। कई गौ सेवक भी कार्यरत हैं लेकिन संसाधनों की कमी के कारण पूरी मदद नहीं कर पाते। अंत में उन्होंने कहा कि, "हमें रोज कई फोन आते हैं, लोग मदद मांगते हैं, लेकिन हम कुछ नहीं कर पाते। इससे आत्मग्लानि होती है। सरकार को इस विषय को गंभीरता से लेते हुए स्थायी व्यवस्था बनानी चाहिए।"