जोशीमठ शहर की धंस रही जमीन, 561 घरों में आ गई हैं दरारें, दहशत में हजारों लोग
चमोली (एजेंसी)। उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ शहर में जमीन धंसने की घटना ने सबको हैरान किया है। यहां शहर में रहने वाले कई लोगों के घरों में दरारें पड़ गई हैं और वो दहशत में जी रहे हैं। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि जिले के लोगों को बचाने के लिए जरूरी कारर्वाई की जाएगी। जोशीमठ के बारे में आपको बता दें कि यह इलाका समुद्र तल से करीब छह हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है और यह सिस्मिक जोन 5 में भी आता है। जाहिर है यह जगह प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से काफी संवेदनशील भी है। पिछले कुछ दिनों में यहां भूधंसाव की घटना में काफी तेजी आई है।
जोशीमठ में अचानक कई घरों में दरार पड़ने की रिपोर्ट सामने आने के बाद अब मुख्यमंत्री जल्द ही जोशीमठ जा सकते हैं। सीएम यहां के हालात का जायजा लेने के बाद अहम रणनीति बनाएंगे। सीएम ने कहा है कि आने वाले दिनों में मैं जोशीमठ जाऊंगा और एहतियात के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
इस भूधंसाव को लेकर राज्य की आपदा प्रबंधन अथॉरिटी पहले यह बात कह चुकी है कि घरों में आ रही दरारें शहर की कमजोर बुनियाद के कारण हैं। इन दरारों के बारे में आपदा प्रबंधन अथॉरिटी और जियोलॉजिकल सर्वे आॅफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कंस्ट्रक्शन, शहर की कैपेसिटी और नदी होने के कारण होने वाला कटाव इन दरारों की मुमकिन वजहों में शामिल हैं। जोशीमठ नगरपालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पवार ने जानकारी दी है कि मारवाड़ी वार्ड में कई घरों में बड़ी दरारें पानी के रिसाव होने की वजह से आई हैं। शैलेंद्र पवार ने कहा कि मारवाड़ी वार्ड में स्थित एक मैदान से निकलने वाले पानी की वजह से कई घरों में दरार आई है।
3000 से ज्यादा लोग प्रभावित
बहरहाल जोशीमठ शहर में रहने वाले कई लोग दहशत में है और भूस्खलन की घटना के बाद अपना घर छोड़ कर किसी महफूज ठिकाने पर जाने की कोशिश में लगे हुए हैं। ठंड का मौसम, भूधंसान और घरों में दरार यह अब जोशीमठ और पूरे उत्तराखंड के लिए बड़ा मसला बन चुका है। शहर के घरों की दीवारों और फर्श में आई दरार हर गुजरते दिन के साथ गहरी होती जा रही है। यही वजह है कि यहां लोग बेहद खौफ में हैं। नगरपालिका अध्यक्ष ने बताया है कि 576 घरों में रहने वाले 3000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। यहां एक-एक कर सभी घरों का सर्वे किया जा रहा है। जोशीमठ में 561 घरों में दरारें आ गई हैं और मारवाड़ी के जेपी कॉलोनी में भूमिगत से पानी का रिसाव हो रहा है।