भिलाई इस्पात संयंत्र के ठेकेदारों को ठेका श्रमिकों का ATM पास बुक रखना पड़ेगा भारी, पुलिस अधीक्षक से शिकायत
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र में ठेका श्रमिको के न्युनतम मजदूरी में डाका डालने वाले ठेकेदार के खिलाफ मजदूर लामबंद होना शुरू हो गए है । ऐसा ही एक मामला फोर्ज शॉप से सामने आया है जिसकी शिकायत श्रमिको ने पुलिस अधीक्षक से की है। ठेकेदार हिमाशु ब्रदर के अंतर्गत कार्यरत ठेका श्रमिकों का पास बुक , ए टी एम ठेकेदार ने अपने पास रख नगद भुगतान कर तय न्यूनतम मजदूरी से कम भुगतान पिछले दो साल से किया जा रहा था इस तरह प्रतिमाह 3 से 4 हजार की धांधली की जा रही थी साथ ही अब तक बोनस भुगतान भी नही किया गया था ।
श्रमिको ने यूनियन से की थी लिखित शिकायत:-श्रमिकों ने हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन के पदाधिकारी को सारी जानकारी देते हुए बताया कि ठेकेदार हिमांशु ब्रदर में तमाम श्रमिको से नया खाता खुलवा कर ए टी एम पास बुक यहां तक कि उनके नाम का सिम बनवा कर अपने कब्जे में रख लिया है और ए टी एम से खुद पूरा वेतन निकाल कर नगद भुगतान कर कम वेतन दिया जा रहा है व बोनस भुगतान भी नही किया गया। जिसके पश्चात यूनियन ने सारी जानकारी पत्र के माध्यम से आई आर विभाग व ठेका प्रकोष्ठ विभाग के अधिकारियों से की थी ।
ठेकेदार के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से शिकायत :- फोर्ज शॉप के श्रमिकों ने ठेकेदार हिमांशु ब्रदर के द्वारा ए टी एम पास बुक अपने पास रख कम वेतन भुगतान करने की शिकायत कल 2 दिसम्बर को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में करते हुए उचित कार्यवाही की मांग की है ।
ठेकेदार द्वारा आधा वेतन मांगने की लगतांर मिल रही शिकायत:- सोनी
भिलाई इस्पात संयंत्र के कुछ ठेकेदारो द्वारा ठेका श्रमिको के ए टी एम , पास बुक रख लेना व कम भुगतान करना, एवम वेतन भुगतान के बाद दबाव पूर्वक वेतन से आधा पैसा वापस मांगने की शिकायत लगतांर श्रमिको द्वारा की जा रही है जो समय समय पर प्रबंधन के सज्ञान में लाया जाता रहा है रोजी रोटी छीन जाने के डर से श्रमिक खुल कर सामने नही आ रहे है।
ए टी एम पास बुक रख प्रतिमाह 3हजार से 4 हजार तक कि जा रही धांधली:- मरकाम
अध्यक्ष शान्तनु मरकाम ने बताया कि ठेकेदार द्वारा ठेका लेने के पश्चात नया खाता खुलवाकर उनके ए टी एम व पास बुक अपने पास रख लेता है और तय समय सीमा में उनके खाते में पूरा वेतन डाल कर स्वयं ए टी एम के माध्यम से जमा की गई राशि निकाल कर उस राशि मे से 3 से 4 हजार अपने पास रख कर बाकी भुगतान नगद श्रमिकों को किया जाता है एवम पास बुक प्रिंट करवा कर ऑपरेटिंग अथॉरिटी व ठेका प्रकोष्ठ विभाग में जमा कर दिया जाता है और सब कुछ सही होने का दावा कर अपना बिल पास करवा लिया जाता है ऐसे बहुत से ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है जो समय समय पर प्रबन्धन की जानकारी में दिया जाता रहा है ।