महादेव सट्टा ऐप: गिरफ्तार आरोपी ने कहा नगर निगम भिलाई के कर्मचारी ने दिलवाया था आईडी
दवाई दुकान के आड़ में कर रहा था ऑन लाईन सट्टा का कारोबार
अब तक प्राप्त 22 बैंक खातों के विश्लेषण पर लगभग 25 करोड़ के लेन-देन का हुआ खुलासा
महादेव ऐप दुबई के मुख्य सरगना से सीधे कांटेक्ट रखने वाला सटोरिया नसीम को दुर्ग पुलिस ने महाराष्ट्र में पकड़ा
भिलाई। महादेव सट्टा ऐप दुबई के मुख्य सरगना सौरभ चन्द्राकर से सीधे कांटेक्ट रखने वाले बड़े पैनलिस्ट मोहम्मद नसमुद्दीन को दुर्ग पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया था। पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने सोमवार को पत्रकारवर्ता में गिरफ्तार आरोपी को मीडिया के सम्मुख प्रस्तुए किए। इस दौरान कई बड़े खुलासे भी हुए। गिरफ्तार आरोपी नसीम ने बताया कि दुबई में बैठे महादेव आईडी के मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर के चाचा नगर निगम भिलाई के कर्मचारी पंप ऑपरेटर दिलीप चंद्राकर ने उसे महादेव ऐप संचालक सौरभ चंद्राकर का नंबर दिया था। उसने ही सौरभ से बात करवाकर उसे महादेव की आईडी दिलवाई थी।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि आरोपी नसमुद्दीन द्वारा 22 बैंकों में करीब 25 करोड़ का ट्रांजेक्शन किया गया है। उसने अपने पत्नी रेहाना के बैंक खाते पर 6 करोड़ रुपए जमा कराया था। पुलिस ने सभी बैंक अकाउंट को सीज कर दिया है। आरोपी द्वारा अब तक महादेव आईडी के 12 पैनेलों को बेचा जा चुका है। आरोपी पहले भी गिरफ्तार हो चुका था, लेकिन मुचलके पर छुटने के बाद फिर से महादेव पैनल के लिए काम करना शुरू कर दिया था।
11 दिसंबर को थाना भिलाई मट्टी एवं एएटी क्राइम एवं सायबर यूनिट को सूचना मिली थी कि नसीमुद्दीन पिता फखरुद्दीन निवासी आम्रपाली रेसीडेन्सी हाउसिंग बोर्ड थाना जामुल द्वारा अनेक व्यक्तियों को विश्वास में लेकर पोखे से बैंक खाता खुलवाकर खाते का दुरूपयोग महादेव, रेड्डी अन्ना ऑन लाईन सट्टा एप में पैनल का संचालन करते हुए किया जा रहा है। आरोपी के विरुद्ध धोखाधड़ी का अपराध घटित करना पाये जाने पर धारा 420 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी पुलिस को गुमराह करता रहा किन्तु तकनीकी रूप से निरंतर पूछताछ करने पर अपना अपराध स्वीकार किया एवं बताया। जिससे ज्ञात हुआ कि आरोपी दवाई दुकान की आड़ में लगभग 01 वर्षे से फर्जी खाता खुलवाकर खातों का उपयोग महादेव ऑन लाईन सट्टा के पैनल में उपयोग कर रहा है। आरोपी द्वारा उक्त पैनल का संचालन नागपुर एवं कोलकाता में कराया जा रहा है। आरोपी द्वारा उक्त अवैधानिक कार्य के संचालन हेतु 15,000 से 20,000 के मासिक वेतन में व्यक्तियों को रखा गया। आरोपी द्वारा स्वयं अपने एवं अपनी पत्नी के खातों का उपयोग भी जान लाइन सट्टा एप्प महादेव सा एवं अन्य बुक के ट्रांजेक्शन हेतु किया जा रहा था। अग्रिम कार्यवाही थाना मिलाई भट्टी से की जा रही है। उक्त कार्यवाही में थाना मिलाई भटठी एवं एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट की संयुक्त टीम का विशेष योगदान रहा।
पत्रकारवार्ता में सुनाया गया आरोपी का कॉल रिकार्डिंग
पत्रकारवार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने पकड़े गए आरोपी का कॉल रिकार्डिंग भी सुनाया। इसमें आरोपी नसीमुद्दीन दुबई में बैठे महादेव बुक आईडी के मुख्य सरगना को कहते हुए सुनाई दे रहा है कि आपके साथ जुड़कर आपके कामम को और बढ़ाना चाहता हूं। हमें एक मौका दीजिए। समाचार नहीं छापने के लिए कुछ मीडिया कर्मियों को तथा पुलिस वालों को भी मैनेज कर लिया हूं। पूरी ईमानदारी से महादेव आईडी के लिए काम करूंगा।
महादेव आईडी के वसूली के लिए बनाया गैंग
पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी नसीमुद्दीन ने वसूली के लिए एक गैंग भी बनाया था, जिसमें राजू खंजर जैसे कई बड़े अपराधिक प्रवृत्ति के लोग भी शामिल है। इस गैंग का काम गुंडागर्दी कर महादेव पैनल के मार्केट में फंसे हुए रुपए को वसूल कर दुबई में बैठे मुख्य सरगना तक पहुंचाना था। एसपी ने बताया कि ऐसे गुंडों को गिरफ्तर कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिससे अशांति न फैले।