खुले में मवेशियों को नहीं छोड़ने पशु मालिकों को चेतावनी
भिलाईनगर / रोका छेका अभियान के तहत आवारा मवेशियों को पकड़ने भिलाई निगम की टीम शहर में अपने संसाधनों के साथ घुमती रही, जहां भी आवारा मवेशी नजर आये उन्हें काऊ केचर वाहन में डालकर सीधे गौठान में छोड़ दिया गया। मुख्य रूप से नेशनल हाईवे और अंदरूनी क्षेत्र की सड़कों के किनारे घूमने वाले मवेशियों को टारगेट किया गया, नेहरू नगर चौक से लेकर डबरा पारा तक, सर्विस रोड के किनारे, शासकीय अस्पताल के सामने, न्यू बसंत टॉकीज के समीप, आईटीआई खुर्सीपार, तेलहा नाला, खुर्सीपार गेट के समीप तथा केनाल रोड में टीम ने पशुओ को पकड़ने की कार्रवाई की। आज 14 आवारा मवेशियों को पकड़ा गया। चूंकि भिलाई क्षेत्र अंतर्गत फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण हो रहा है जिसकी वजह से सड़क सकरी हो गई है, वहीं दिन रात हजारो वाहनो का इस मार्ग से गुजरना होता है, सड़को पर आवारा मवेशियों के जमघट से दुर्घटना बढ़ने से इनकार नहीं किया जा सकता, खासकर रात्रि में पशुओ के सड़को पर बैठे होने से और भी ज्यादा परेशानियां बढ़ जाती है, काले रंग के पशु तो आसानी से नजर भी नहीं आते है। इन सब कारणों से भिलाई निगम के आयुक्त रोहित व्यास व अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी के निर्देश पर आवारा मवेशियों को पकड़ने अभियान छेड़ दिया है। आज सड़कों के किनारे से कई आवारा पशुओं को पकड़ा गया, कुछ पशुपालको ने स्पाॅट पर ही पशु को छुड़ाने की मांग की परन्तु निगम की टीम ने गौठान से रसीद कटवाकर पशु को ले जाने कहा और सड़कों पर मवेशियों को नहीं छोड़ने की चेतावनी दी। आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिये टीम पूर्ण रूप से प्रशिक्षित है, विशेषकर यह देखा जा रहा है कि मवेशियों को पकड़ने के दौरान उन्हें चोट न लगे। निगम की टीम दो काऊ केचर एवं रस्सी व आवश्यक संसाधन के साथ फिल्ड में पहुंच रही है, एक काऊ केचर में 10 - 12 पशुओ को रखा जा सकता है जैसे ही यह पूरा हो जाता है इसे गौठान की ओर रवाना कर दिया जाता है जिसके बाद दूसरे काऊ केचर का इस्तेमाल किया जाता है, इस प्रकार से पशुओं को पकड़ने का कार्य निरंतर चलते रहता है, निगम ने कई महीनो से आवारा पशुओं को पकड़ने का अभियान चला रखा है तथा मवेशियों को खुले में छोड़ने वाले पशु मालिकों को खुले में नहीं छोड़ने की चेतावनी दी जा रही है।