हनुमान जयंती आज, जानिए शुभ मुहूर्त
हनुमान जन्मोत्सव पर आज जरूर करें ये उपाय
हनुमान जयंती पर भगवान हनुमान की विशेष रूप से पूजा की जाती है। शुभ मुहूर्त में बजरंगबली की पूजा करने से विशेष शुभफलों की प्राप्ति होती है।
पहला शुभ मुहूर्त- आज 23 अप्रैल को सुबह 09 बजकर 03 मिनट से दोपहर 01 बजकर 58 मिनट तक।
दूसरा शुभ मुहूर्त- 23 अप्रैल को रात 08 बजकर 14 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 35 मिनट तक
ब्रह्रा मुहूर्त- सुबह 4 बजकर 20 मिनट से 05 बजकर 04 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक
सुबह से ही मंदिरों में भारी भीड़ है। हनुमानजी को सिंदूर अति प्रिय है इसलिए मंगलवार और शनिवार के अलावा हनुमान जन्मोत्सव पर हनुमानजी को घी के साथ सिन्दूर अर्पित करने से भगवान श्रीराम की कृपा प्राप्त होती है और आपके बिगड़े काम बन जाते हैं। हनुमान जयंती पर व्रत रखकर सिन्दूर से हनुमानजी की पूजा करने एवं हनुमान चालीसा का पाठ करने से मंगली दोष शांत होता है। हनुमानजी कलयुग के जाग्रत एवं सर्वाधिक पूजे जाने वाले भगवान शिव के ग्यारहवें अवतार हैं। हनुमान जी की आराधना से बड़ी से बड़ी बाधा तुरंत टल जाती है और सुख,शांति,आरोग्य एवं लाभ की प्राप्ति होती है। नकारात्मक शक्तियां भी हनुमानजी के भक्तों को परेशान नहीं करती।
कोर्ट-कचहरी या अन्य कष्टों से बचने के लिए
शास्त्रों में हनुमान जी को चोला चढ़ाने के लिए मंगलवार और शनिवार का दिन शुभ माना गया है। बजरंगवली को चोला चढ़ाने से शनि की साढ़ेसाती और ढैया से मुक्ति मिलती है। जो भक्त हनुमानजी को विधि-विधान से चोला चढ़ाते हैं उसके जीवन में भूत-पिशाच,शनि व ग्रहबाधा,रोग-शोक,कोर्ट-कचहरी के विवाद,दुर्घटना या कर्ज,चिंता आदि परेशान नहीं करते।
समस्याओं से मुक्ति के लिए
हनुमानजी को राम का नाम बेहद प्रिय है।भगवान राम की पूजा करने से हनुमानजी बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं।पीपल के पत्ते पर चमेली के तेल और सिन्दूर से राम का नाम लिखें और इसे चढ़ाएं ,ऐसा करने से आपको सभी समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।इसके अलावा पीपल के 11 पत्तों पर चन्दन या रोली से राम का नाम लिखकर उसकी माला बनाकर हनुमान जी को अर्पित करें।
आज हनुमान जी को जरूर अर्पित करें जनेऊ
भगवान हनुमान जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं। हनुमान जन्मोत्सव पर इनकी विशेष पूजा बहुत ही फलदायी मानी जाती है। हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर हनुमान जी को जनेऊ जरूर अर्पित करना चाहिए। हनुमानजी अपने कंधे पर मूंज का जनेऊ धारण करते हैं। यदि आपको किसी कार्य में लगातार असफलता मिल रही है तो हनुमान जी को जनेऊ चढ़ाएं। जनेऊ चढ़ाने से दुर्भाग्य से मुक्ति मिलती है।
हनुमान जयंती पूजा के लिए सामग्री
भगवान हनुमान कलयुग के देवता हैं। माना जाता है कि भगवान हनुमान आज भी इस पृथ्वी पर सशरीर विचरण करते हैं। हनुमान जयंती पर हनुमान जी की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है। हनुमान जयंती पर भगवान हनुमान की पूजा करने के लिए लकड़ी की चौकी, लाल कपड़ा, सिंदूर, चमेली का तेल, जनेऊ, चोला, लंगोट, गुलाब के फूल, तुलसीपत्र और पान का बीड़ा।
हनुमान जन्मोत्सव पूजा विधि
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर सूर्य देव को जल अर्पित करते हुए पूजा का संकल्प लें। फिर उत्तर-पूर्व दिशा में चौकी रखें और उस पर लाल कपड़ा बिछा दें। फिर चौकी पर हनुमान जी और भगवान राम की प्रतिमा रखें। फिर हनुमान जी को जनेऊ, लंगोट,चोला, सिंदूर, तुलसीपत्र और पान का बीड़ा चढ़ाते हुए हनुमान जी की पूजा आरंभ करें।