अब 7 लाख रुपए तक की सालाना आय पर नहीं लगेगा कोई टैक्स
केन्द्र सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट पेश
लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर वित्तमंत्री ने किए कई बड़े ऐलान
नई दिल्ली (एजेंसी)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को मोदी सरकार के दूसरे कायर्काल का अंतिम पूर्ण बजट पेश कर दिया है। 2024 लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर वित्तमंत्री ने कई बड़े ऐलान किए गए। सबसे बड़ा ऐलान टैक्स को लेकर किया गया। वित्तमंत्री ने कहा कि अब 7 लाख रुपए तक की सालाना आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। टैक्स की यह सीमा पहले पांच लाख रुपए तक थी। वहीं पुराने टैक्स स्लैब में भी वित्तमंत्री ने 3 लाख रुपए तक की आय को टैक्स की सीमा से मुक्त रखा है।
एकलव्य स्कूलों में होगी 38800 शिक्षकों की भर्ती
वित्त मंत्री निमर्ला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2023-24 के आम बजट में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अगले 3 वर्षों में देश के 740 एकलव्य स्कूलों में 38,800 शिक्षकों और सहायक कमर्चारियों की भर्ती की जाएगी। इन स्कूलों में 3.5 लाख आदिवासी छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। निर्मला सीतारमण ने कहा कि एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों ( ईएमआरएस) के बजट में 1418.04 करोड़ रुपये से 581.96 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। वर्ष 2021 में 1418.04 करोड़ रुपये का बजट था जो 2022-23 में बढ़ाकर 2,000 करोड़ कर दिया गया । यह योजना आदिवासी छात्रों के लिए चलाए जा रहे आवासीय विद्यालयों की मदद करती है। ज्ञात हो कि पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली ने साल 2018 के बजट सत्र में आदिवासी क्षेत्रों में एकलव्य स्कूल खोलने की योजना का ऐलान किया था। इस स्कूलों में आदिवासी बच्चों को शिक्षा देने के अलावा आदिवासी अंचल की स्थानीय कला, संस्कृति, खेलों और कौशल विकास को बढ़ावा दिया जाता है।
बजय में शिक्षा के अन्य अहम ऐलान: राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा राज्यों के स्तर पर भी अलग से लाइब्रेरी स्थापित करने पर जोर रहेगा। 2014 के बाद से 157 नए मेडिकल कॉलेज बनाए। मेडिकल कॉलेजों के लिए रिसर्च के लिए तैयार करेंगे। नेशनल बुक ट्रस्ट और चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट भौतिक पुस्तकालयों को स्थानीय भाषाओं और अंग्रेजी में किताबें उपलब्ध कराएंगे। कोर लोकेशंस में बनेंगे 157 नए नर्सिंग कॉलेज।
पीएम आवास पर बढ़ गया 79000 करोड़ रु. का बजट, हर गरीब को घर देने का है सपना
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को अपने बजट भाषण में कहा कि पीएम आवास खर्च बढ़ाकर 79000 करोड़ रुपये किया गया। पीएम आवास खर्च 67 पर्सेंट बढ़ाया गया है। बता दें कि वित्त मंत्री निमर्ला सीतारमण आजाद भारत में लगातार पांच बजट पेश करने वालीं पांचवीं मंत्री हैं। उनके अलावा लगातार पांच बजट और बजट भाषण देने वाले नेताओं में अरुण जेटली, पी. चिदंबरम यशवंत सिन्हा, मनमोहन सिंह और मोरारजी देसाई हैं।
इस साल तक मुफ्त में मिलता रहेगा फ्री राशन, 80 करोड़ लोगों को फायदा
वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने कोविड-19 महामारी के समय 80 करोड़ गरीब लोगों को मुफ्त अनाज उपलब्ध कराकर यह सुनिश्चित किया कि देश में कोई व्यक्ति भूखा न रहे। उन्होंने कहा कि वैश्विक चुनौतियों के समय जी20 की अध्यक्षता मिलने से हमारे पास वैश्विक व्यवस्था में भारत की भूमिका को मजबूत करने का अवसर है। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाए) के तहत गरीब लोगों को नि:शुल्क अनाज उपलब्ध कराने की योजना का क्रियान्वयन कर रही है जिस पर एक जनवरी से शुरू करके दो लाख करोड़ रुपये का व्यय आएगा। उन्होंने बताया कि 2020-21 में कृषि क्षेत्र में निजी निवेश बढ़कर 9.3 प्रतिशत हो गया है जो 2019-20 में सात फीसदी था।
नए टैक्स सिस्टम में 7 लाख तक की इनकम टैक्स फ्री, स्लैब्स भी 6 से घटकर 5 हुए
8 साल से जिसका इंतजार था, वो उम्मीद पूरी हो गई। नए टैक्स सिस्टम में 7 लाख तक की इनकम पर अब कोई टैक्स नहीं लगेगा। वित्त मंत्री निमर्ला सीतारमण ने कहा कि यह मिडिल क्लास के लिए सबसे अहम चीज है। इनकम टैक्स की स्लैब भी घटा दी गई हैं। इन्हें अब 6 से 5 कर दिया गया है।
पैन कार्ड पर वित मंत्री का बड़ा ऐलान
आम बजट पेश करते हुए पैन को लेकर एक अहम ऐलान किया है। वित्त मंत्री निमर्ला सीतारमण ने सरकारी एजेंसियों में सभी डिजिटल सिस्टम के लिए पैन कार्ड को कॉमन आइडेंटिफायर के तौर पर इस्तेमाल करने का प्रस्ताव दिया है। इस कदम से केवाईसी प्रक्रिया को सरल बनाने और आयकर विभाग और अन्य सरकारी एजेंसियों के लिए पैन काडर्धारकों के दस्तावेजों का प्रबंधन करना आसान होने की उम्मीद है।
कृषि स्टार्टअप और मोटे अनाज को बढ़ावा, मत्स्य संपदा में 6000 करोड़ का निवेश
केंद्रीय वित्त मंत्री निमर्ला सीतारमण आज वित्त वर्ष 2023-24 का बजट पेश कर रही हैं। कृषि क्षेत्र के लिए इस बार सरकार ने कई बड़े एलान किए हैं। सरकार ने इस साल किसानों को 20 लाख करोड़ तक ऋण बांटने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए श्री अन्न योजना की शुरुआत की है। आइए जानते हैं कि इस बार बजट में कृषि क्षेत्र के लिए क्या-क्या घोषणाएं हुईं हैं? केंद्रीय वित्त मंत्री निमर्ला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कई बिंदुओं पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, 'इस बजट में सप्तऋषि की तरह सात प्राथमिकताएं हैं। पहली है- समग्र विकास। यह विकास किसान, महिलाएं, ओबीसी, एससी-एसटी, दिव्यांगजन, आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को तक पहुंचना चाहिए। वंचितों को वरीयता मिलनी चाहिए। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पूर्वोत्तर का भी ध्यान रखा गया है। इसी प्राथमिकता के तहत कृषि के लिए डिजिटल लोक अधोसंरचना का निर्माण होगा। इससे किसानों को खेती की योजना बनाने, बीमा, कर्ज, मार्केट इंटेलिजेंस, स्टार्टअप और कृषि आधारित उद्योगों तक पहुंचने में मदद मिलेगी। उत्पादन क्षमता और लाभ कमाने की क्षमता भी बढ़ेगी। किसान, सरकार और उद्योगों के बीच समन्वय बढ़ेगा। इसके लिए एग्रीकल्चर एक्सीलेटर फंड बनाया जाएगा ताकि कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप को बढ़ावा दिया जा सके। इससे आधुनिक तकनीक को भी बढ़ाया मिल सकेगा।'
बजट से पहले सेंसेक्स में 500 से अधिक अंकों की उछाल, निफ्टी भी 17800 के पार, आडानी ग्रुप के स्टॉक्स में हाहाकार बरकरार
शेयर बाजार बजट के दिन उछल रहा है। सेंसेक्स में 500 से अधिक अंकों की उछाल है और निफ्टी 138 अंक चढ़कर 17800 के लेवल को पार कर गया है। निफ्टी टॉप गेनर में आईसीआईसीआई बैंक, दिविस लैब, टाटा स्टील, एचडीएफसी और टाटा कंज्यूमर जैसे स्टॉक हैं। जबकि, अडानी ग्रुप के स्टाक आज भी दबाव में हैं। अडानी गैस 10 फीसद, अडानी पावर 5 फीसद, अडानी ग्रीन 3.64 फीसद, अडानी इंटरप्राइजेज 3.20 फीसद, अडानी विल्मर 2.82 फीसद टूट चुका है। बजट से पहले शेयर बाजार में रौनक देखने को मिल रहा है। सेंसेक्स आज 60001 के स्तर पर खुला और निफ्टी 17811 के स्तर पर। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 386 अंकों की बढ़त के साथ 59936 और निफ्टी 102 अंकों के फायदे के साथ 17764 के स्तर पर था। बता दें पिछले 7 साल में सबसे ज्यादा एक्शन दिखाने वाले शेयरों में आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई सबसे आगे हैं। केवल 2021 में एसबीआई का शेयर 10-15% तक उछला, जबकि 2022 के अलावा एसबीआई का रिटर्न देखें तो इसने हर बार 2 फीसद से ज्यादा का रिटर्न दिया है। इसके अलावा आईसीआईसीआई के शेयर ने 2018 के अलावा हर बार 2.5 फीसद से ज्यादा का प्रॉफिट दिया है। पिछले साल एक फरवरी को शेयर बाजार झूम उठा था। वहीं, पिछले 6 बजट डे में से तीन पर शेयर बाजार के निवेशक मायूस रहे और सेंसेक्स में गिरावट दर्ज की गई। सबसे पहले बात साल एक फरवरी 2021 की। बजट डे के दिन शेयर बाजार में रौनक रही। सेंसेक्स 46617 के स्तर पर खुला और उस दिन के 48764 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। बाद में 1982 अंकों की उछाल के साथ 48600 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, 1 फरवरी साल 2020 को सेंसेक्स 1017 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ।