मॉनसून का आगमन: बंगाल में 13 जून तक भारी बारिश, इस दिन छत्तीसगढ़ पहुंच रहा मॉनसून

मॉनसून का आगमन: बंगाल में 13 जून तक भारी बारिश, इस दिन छत्तीसगढ़ पहुंच रहा मॉनसून

नई दिल्ली: केरल में मॉनसून के दस्तक देने के बाद अब पूरा भारत मॉनसून की राह देख रहा है। लोग मॉनसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, ताकि मॉनसूनी बारिश से गर्मी जाए और राहत मिले। मॉनसून उत्तर भारत में कब दस्तक देगा इसको लेकर अभी कोई सटीक पूर्वानुमान लगाना मुश्किल है, लेकिन इसके 20 जून के बाद नॉर्थ इंडिया में दस्तक देने की उम्मीद है। वहीं 21-22 जून तक बस्तर के रास्ते छत्तीसगढ़ में मानसून के प्रवेश करने की संभावना है। 
पश्चिम बंगाल के उप-हिमालयी जिलों में दक्षिण पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना के कारण लू से राहत मिलने की उम्मीद है। अधिकारियों ने कहा कि हालांकि राज्य के दक्षिणी जिलों में लोग संभवत: 13 जून तक भीषण गर्मी से जूझते रहेंगे। मौसम कार्यालय ने राज्य के उप-हिमालयी जिलों में मॉनसून से पहले की बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दो दिनों के भीतर सभी पूर्वोत्तर राज्यों और पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम की ओर बढ़ने की संभावना है।
अधिकारियों ने बताया कि पूर्वोत्तर राज्यों में मॉनसून आने के कारण मणिपुर, नगालैंड, मेघालय एवं मिजोरम में अगले तीन दिन में और असम एवं अरुणाचल प्रदेश में अगले पांच दिन में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। पश्चिम बंगाल के उप-हिमालयी जिलों दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार एवं अलीपुरद्वार और सिक्किम में 10 जून तक भारी बारिश और उसके बाद 13 जून तक बहुत भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान है।
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के लोगों को भी मॉनसून का बेसब्री से इंतजार है। हालांकि मुंबई में आधिकारिक शुरुआत की तारीख 11 जून है, और पुणे के लिए यह 10 जून है। लेकिन अभी यहां लोगों को मॉनसून का और इंतजार करना होगा। महाराष्ट्र में 22 जून तक आंधी-तूफान को छोड़कर सामान्य से कम बारिश की एक विस्तारित सीमा भविष्यवाणी है। विस्तारित रेंज का पूर्वानुमान 15 जून तक दक्षिण कोंकण सहित पश्चिमी तट पर और 22 जून तक महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश का संकेत देता है। आम तौर पर मॉनसून 15 जून तक राज्य को कवर कर लेता है।

21-22 जून तक बस्तर के रास्ते प्रवेश करेगा मानसून 
लंबे इंतजार के बाद आखिरकार दक्षिण पश्चिम मानसून ने केरल तट पर दस्तक दे दी है। वहीं अब मानसून के 21 या 22 जून तक बस्तर के रास्ते छत्तीसगढ़ पहुंचने के आसार जताए जा रहे हैं। वहीं भीषण गर्मी से झुलस रहे प्रदेशवासियों के लिए यह राहत की खबर है कि 18 जून के बाद से प्री-मानसून की बौछारें शुरू हो सकती है। 
मौसम विभाग की माने तो 22 जून को दक्षिण छत्तीसगढ़ याने बस्तर के रास्ते दक्षिण पश्चिम मानसून की राज्य में एंट्री हो सकती है। इसके बाद मानसून आगे बढ़ते हुए 24 जून तक रायपुर पहुंच सकती है। इस बार मानसून 08 दिनों की देरी से पहुंची है, लिहाजा छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री भी 8 दिन विलंब से हो सकती है। वहीं मौसम विभाग की माने तो यहां माहांत तक मानसून पूरे प्रदेश में सक्रिय हो जाएगा। राहत की बात यह है कि 15 जून के बाद कभी भी प्री-मानसून की तेज बौछारें शुरू हो सकती है। वहीं एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर तटीय आंध्रप्रदेश के ऊपर बना हुआ है। अरब सागर में स्थित साइक्लोन के कारण निम्र स्तर पर हल्की नमी युक्त हवा भी आ रही है। इसके कारण प्रदेश के दक्षिणी भाग में हल्के बादल छाए रह सकते हैं। वहीं आज दोपहर बाद बस्तर संभाग के कई इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं राजधानी रायपुर सहित अन्य जिलों में अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि संभावित है।