फर्जी डॉक्टर ने सात राज्यों में कीं 18 शादियां

झारखंड से मददगार दूसरी पत्नी गिरफ्तार

फर्जी डॉक्टर ने सात राज्यों में  कीं 18 शादियां

ओडिशा।एक फर्जी डॉक्टर की दूसरी पत्नी को पुलिस ने झारखंड से गिरफ्तार किया है। ओडिशा पुलिस ने सोमवार (14 फरवरी 2022) को एक 54 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया। आरोप है कि उसने 18 महिलाओं से शादी की और हर बार अपनी नकली पहचान और डॉक्यूमेंट्स पेश किया। इसके साथ ही उसने पैसों की ठगी भी की। आरोपित की पहचान रमेश चंद्र स्वैन उर्फ बिधू प्रकाश स्वैन या रमानी रंजन स्वैन के रूप में हुई है। वह ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में होम्योपैथी डॉक्टर है। मामला तब सामने आया जब उसकी 14 पत्नियों में से एक ने अपने पति के खिलाफ महिला पुलिस स्टेशन में एक आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई। महिला को जब पता चला कि उसके पति ने फर्जी पहचान बनाई और उसी चाल का इस्तेमाल करके कई महिलाओं को लूट लिया।

पुलिस ने मंगलवार को बताया कि इस फर्जी डॉक्टर ने 18 बार शादी की है और उसकी दूसरी पत्नी अन्य पत्नियों के साथ धोखाधड़ी करने में मदद करती थी। 66 वर्षीय रमेश चंद्र स्वैन ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले के एक तटीय गांव का रहने वाला है। उसने 38 साल की अवधि में सात राज्यों में 18 महिलाओं से विवाह किया। उसने खुद को डॉक्टर बताकर महिलाओं से लाखों रुपये की धोखाधड़ी की।पुलिस ने बताया कि स्वैन की दूसरी पत्नी पेशे से मेडिकल प्रैक्टिशनर है और उसे कथित तौर पर इस धोखाधड़ी में स्वैन की मदद करने के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार किया गया था। उसे मंगलवार को झारखंड से ओडिशा लाया जा रहा है।
गिरफ्तार महिला गुजरात के जामनगर में काम करती थी और 23 फरवरी को स्वैन की गिरफ्तारी के बाद से ही फरार चल रही थी। इससे पहले पुलिस ने एक और महिला को भी गिरफ्तार किया था जिसने स्वैन की बहन होने का दावा किया था।
स्वैन की कथित बहन की गिरफ्तारी उसे कई महिलाओं के साथ शादी करने में और उन्हें धोखा देने में मदद करने के आरोप में की गई। स्वैन से पूछताछ के दौरान पुलिस को इसमें उसकी दूसरी पत्नी की संलिप्तता के बारे में जानकारी मिली थी।


1982 में की थी स्वैन ने पहली शादी
पांच बच्चों के पिता स्वैन ने पहली शादी साल 1982 में और दूसरी शादी साल 2002 में की थी। साल 2002 से 2020 के दौरान उसने मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए कई महिलाओं से संपर्क किया और उनके साथ वैवाहिक बंधन में बंध गया।
पुलिस का कहना है कि वह ऐसी अधेड़ महिलाओं को अपना निशाना बनाता था जो मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर जीवनसाथी की तलाश कर रही होती थीं। शादी करने के बाद वह महिलाओं से पैसे हड़पता था और फिर उन्हें छोड़ कर चला जाता था। 

खुद को बताता था सरकारी डॉक्टर
स्वैन खुद को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत डिप्टी डायरेक्टर जनरल के तौर पर नियुक्त डॉक्टर बताता था। शिकायतें मिलने के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ एक मामला दर्ज किया था और उसके बाद वह फरार हो गया था। 
उसकी गतिविधियों के बारे में जानकारी तब मिली जब दिल्ली की एक शिक्षिका ने जुलाई 2021 में महिला थाने में स्वैन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शिक्षिका ने कहा था कि स्वैन से मुझसे 2018 में शादी की थी और मुझे भुवनेश्वर में रखता था।
पुलिस के पास मामला दर्ज होने के बाद स्वैन भुवनेश्वर से भाग गया था और असम में अपनी एक अन्य पत्नी के साथ रहने लगा था। करीब छह महीने बाद जब वह वापस शहर आया और अपने घर पहुंचा, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।