रजत होम्स में मूलभूत सुविधाओं को लेकर बिल्डर की अनदेखी, निवासी पहुंचे जनदर्शन
अग्रसेन चौक डॉ. चौबे नर्सिंग होम के बगल में स्थित फूड जोन व अस्थाई दुकान में गैर कानूनी तरीके से हो रही है बिजली की चोरी
दुर्ग। आज जनदर्शन में शतक जड़ते हुये आवेदकों की एक लंबी कतार कलेक्ट्रेट सभागार में अपने समस्याओं के निराकरण के लिए उपस्थित हुई थी। हरि नगर कातुल बोर्ड वार्ड क्रमांक 59 में स्थित रजत होम्स अर्पाटमेंट में अपना आशियाना ले चुके निवासी आज बिल्डर की लापरवाही का पोथी पुराण लेकर जनदर्शन पहुंचे। जहां उन्होंने बताया कि बिल्डर द्वारा मानक मापदण्डों का अनुपालन नहीं किया गया है। अर्पाटमेंट में बिजली, पानी, लिफ्ट, अग्निशमन और सिक्युरिटी से संबंधित बुनियादी सुविधाओं को भी बिल्डर ने ताक पर रखा है। एक ब्लॉक में दो लिफ्ट की जगह केवल एक ही लिफ्ट उपलब्ध कराई गई है। जिसकी पैसेंजर क्षमता भी काफी कम है और लिफ्ट भी अधिकतर बंद पड़ी हुई मिलती है। रजत होम्स में 162 फ्लैट्स और 22 पेन्ट हाऊस उपलब्ध है जिसके लिए केवल एक ही बोरवेल की सुविधा है जबकि एग्रीमेंट के अनुसार प्रत्येक ब्लाक के लिए अलग-अलग बोर तय किया गया है। एंट्री और एक्जिट गेट तक का निर्माण सही तरीके से नहीं किया गया है। इसके साथ-साथ प्रोजेक्ट का एक बड़ा हिस्सा अधूरा है। वर्तमान में यहां रहने वाले नागरिक वरिष्ठ और भूतपूर्व सैनिक जैसे श्रेणियों में आते हैं। परंतु यहां से संपर्क किया गया था परंतु उनसे किसी भी प्रकार का सहयोग प्राप्त नहीं हुआ। बुनियादी सुविधा पानी, बिजली एवं गार्ड की अनियमितता के चलते संचालक से समिति गठन को लेकर भी बात की गई। परंतु इसके लिए भी संचालक द्वारा आवश्यक दस्तावेज प्रदान नहीं किया जा रहा है। इसलिए रजत होम्स के निवासियों का कलेक्टर से निवेदन है कि प्रशासन द्वारा हस्तक्षेप कर उनके जीवन भर की जमा पूंजी को संरक्षित करने के लिए उचित कदम उठाया जाए। कलेक्टर ने नगर निगम के आयुक्त श्री लोकेश चंद्राकर को कॉलोनाइजर को नोटिस देकर सभी कार्य पूर्ण करने एवं निवासियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए एक निश्चित समय देने के लिए कहा है और यदि समय देने के पश्चात् भी संचालक अपने दायित्व का निर्वहन नहीं कर पाता है तो ऐसी स्थिति में कलेक्टर ने विधिपूर्ण उचित कारवाई करने के निर्देश दिए हैं।
अग्रसेन चौक डॉ. चौबे नर्सिंग होम के बगल में स्थित फूड जोन व अस्थाई दुकान द्वारा बिजली चोरी कर अन्य दुकानों को भी गैर कानूनी रूप से बिजली सप्लाई की जा रही है। जिसके लिए आवेदक जनदर्शन पहुंचा था, उसने बताया कि इन फूड जोन व अस्थाई दुकानों द्वारा गैर कानूनी तरीके से सप्लाई की जानी वाली बिजली के लिए मिली भगत कर 01 मीटर कनेक्शन लेकर इससे मल्टीपल दुकानदारों को बिजली मुहैया कराई जा रही है। इसमें मुख्य रूप से शाम 6ः00 बजे से संचालित होने वाले अस्थाई ठेलों जिनमें फूड के अलावा अन्य इंस्टॉल सम्मिलित है उनको गैर कानूनी तरीके से बिजली उपलब्ध कराई जाती है। क्योंकि इस प्रकार से सरकारी तंत्र का दुरूपयोग किया जा रहा है इसलिए आवेदक की मांग है कि इसमें त्वरित कार्रवाई करते हुए संलिप्त लोगों को आर्थिक दंड भी दिया जाए। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारी को मामले का उचित संज्ञान लेकर विधिपूर्ण कार्रवाई करने के लिए आवेदन प्रेषित किया।
निकासी व्यवस्था सही न होने पर वृंदावन टावर आसपास के घरों के लिए बन रहा है समस्या का कारण - प्रदीप्ति नगर सड़क नंबर 04 दुर्ग में स्थित वृंदावन टावर अर्पाटमेंट उसके आस-पास के रिहायसी मकानों के लिए अपने जल निकासी की अव्यवस्था के कारण परेशानी का सबक बन गया है। आवेदक के कथनानुसार अपार्टमेंट से निकलने वाला दूषित पानी के ड्रेनेज की उचित व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते आसपास के क्षेत्र के लिए बदबूदार दूषित जल से परेशान हैं। उनके अनुसार पहले तो यह पानी सड़क में बहता था परंतु अब ये पानी उनके घर के समीप गड्ढे में भर रहा है। जिससे कभी भी अप्रत्याशित घटना होने की संभावना है। इस समस्या से वार्ड के पार्षद और वृंदावन सोसायटी को अवगत कराया गया है परंतु अभी तक इसका कोई भी उचित समाधान नहीं मिल पाया है। आवेदक ने बताया कि वो दिव्यांग है और दृष्टिबाधित की श्रेणी में आती है। इसलिए आवेदक का निवेदन है कि उसकी दिव्यांगता को ध्यान में रखते हुए इसका निराकरण शीघ्र से शीघ्र किया जाए। कलेक्टर ने नगर निगम भिलाई के आयुक्त श्री रोहित व्यास को आवेदन प्रेषित किया।
बोरी, रपटा में स्थित शिवनाथ नदी के अस्थाई पुल को नवीन पुल के निर्माण तक यथावत् रखने के लिए क्षेत्र के निवासियों द्वारा आवेदन प्रस्तुत किया गया। आवेदक गण के कथनानुसार ग्राम रवेलीडीह एवं पथरिया (डोम) के बीच प्रवाहित शिवनाथ नदी पर स्थित अस्थाई पुल से रोजमर्रा के कार्य संचालित हो रहे हैं। जिसमें सब्जी उत्पदकों द्वारा सब्जी का परिवहन कृषकों द्वारा धान का परिवहन व सामान्य यातायात भी किया जा रहा है। इसके अलावा क्षेत्रवासियों के लिए दुर्ग, भिलाई आने-जाने के लिए भी यह अस्थाई पुल एक बेहतर विकल्प है। इस अस्थाई पुल में सीमेंट पाईप, जल प्रवाह के लिए उचित दूरी में लगाए गए हैं। इसलिए जल का प्रवाह निर्बाध रूप से होता हैं और निकट भविष्य में इस अस्थाई पुल में किसी भी प्रकार की घटना घटने की संभावना प्रतीत नहीं होती है। क्योंकि शासन द्वारा जिस स्थाई पुल का निर्माण कराया जा रहा है वह अभी प्रगतिरत है। इसलिए स्थाई पुल के पूर्ण न होने तक की स्थिति में इसे अभी क्षति न पहुंचाई जाए। ऐसा क्षेत्रावासियों का निवेदन है। कलेक्टर ने आवेदन पर संज्ञान लेते हुए इसे एसडीएम धमधा को प्रेषित किया।