अपडेट: 250 करोड़ ठगी मामले में फरार कुलदीप को महाराष्ट्र पुलिस ने दुर्ग से किया गिरफ्तार, घर में सुरंग बनाकर छिपा था

अपडेट: 250 करोड़ ठगी मामले में फरार कुलदीप को महाराष्ट्र पुलिस ने दुर्ग से किया गिरफ्तार, घर में सुरंग बनाकर छिपा था

दुर्ग। एक बड़ी ठगी का मामला प्रकाश में आया है। अपराध दर्ज होने के बाद कई दिनों से फरार आरोपी को महाराष्ट्र पुलिस ने दुर्ग से गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है।  
क्राइम डॉन को मिली जानकारी के अनुसार सन 2021 में 250 करोड़ रुपए ठगी के मामले में महाराष्ट्र में अपराध दर्ज होने के बाद कई दिनों से फरार चल रहे मोहन नगर थाना अंतर्गत निवासी कुलदीप सिंह को महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है। बताया जाता है कि कुलदीप सिंह अपने घर में सुरंग बनाकर छिपा हुआ था। लेकिन महाराष्ट्र पुलिस ने सुरंग का पता लगाकर उसे बाहर निकाला और गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी का संबंध दुर्ग के किसी बड़े बिल्डर से जोड़कर देखा जा रहा है। 

मिली जानकारी के अनुसार वसई जिला पालघर महाराष्ट्र के थाना प्रभारी अब्दुल हक देसाई उनके साथ एसआई पाटणकर एवं प्रधान आरक्षक गरजे के द्वारा आरोपी को अपने साथ महाराष्ट्र ले जाया गया है। 15 दिन पूर्व भी महाराष्ट्र पुलिस आरोपी कुलदीप सोनी को गिरफ्तार करने दुर्ग आई थी। परंतु आरोपी घर से फरार हो गया था। वसई थाना क्षेत्र के अंतर्गत 11 एकड़ जमीन घोटाले मैं दुर्ग का मुख्य कुलदीप सोनी आरोपी है।

महाराष्ट्र के जिला पालघर थाना वसई क्षेत्र के अंतर्गत विगत वर्ष 2021 सितंबर में मोहन नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत संतरा वाड़ी दुर्ग निवासी कुलदीप सिंह उम्र 55 वर्ष के द्वारा 11 एकड़ जमीन को विक्रय करने का सौदा किया गया था और करीबन 5 करोड़ रुपए का अग्रिम चेक भी प्राप्त किया गया था। प्रार्थी राम लाल तिवारी की रिपोर्ट पर से थाना बसई में आरोपी कुलदीप सिंह सोनी के खिलाफ धारा 420 ,467, 468 एवं 471 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए थाना वसई के प्रभारी अब्दुल हक देसाई उनके साथ सहायक उपनिरीक्षक पाटणकर एवं प्रधान आरक्षक गरजे कल मोहन नगर दुर्ग पहुंचे थे और उनके द्वारा आरोपी कुलदीप सिंह को उसके संतरा बाड़ी स्थित निवास से गिरफ्तार किया गया। आरोपी कुलदीप सिंह के द्वारा गलत पहचान बताकर द्वारिका प्रसाद नामक व्यक्ति को जमीन का मालिक बता कर 11 एकड़ जमीन को बेचा गया था जबकि द्वारिका प्रसाद मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मंसूरपुर का रहने वाला है। उसका नाम जगजीत उर्फ़ जगदीश दीनदयाल है।उसे भी महाराष्ट्र पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया है।