केपीएस में हर्षोल्लास से मनाया गया गणतंत्र दिवस

केपीएस में हर्षोल्लास से मनाया गया गणतंत्र दिवस

भिलाई। कृष्णा पब्लिक स्कूल उतई में गणतंत्र दिवस बड़े ही हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। रंग-बिरंगेगुब्बारे वह फूलों की लडिय़ों से शाला प्रांगण सजाया गया था। शाला की प्राचार्या डॉ. प्रशीतिवारी ने ध्वजारोहण किया एवं भारत माता महात्मा गांधी के चित्रों पर माल्यार्पण किया।  ध्वजारोहण होते ही पूरा शाला प्रांगण भारत माता की जय के नारों से गुंजायमान हो उठा।
प्राचार्या डॉ.प्रशीतिवारी ने अपने उद्बोधन की शुरुआत खूबसूरत पंक्तियों से की " आज सलाम है उन वीरों को जिनके कारण ये दिन आता है वो माँ की खुशनसीबी होती है बलिदान जिसके बच्चों का देश के काम आता है "। इन पंक्तियों के साथ उन्होंने कहा कि हमारा देश प्रेम और स्नेह से बंधा हुआ है विविधता वाला देश है आइए गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर हम इस दिन को एक दूसरे के लिए सम्मान और प्रेम के साथ मनाएँ। हम कदम से कदम मिलाकर चलें,  विचार से विचार मिलाकर रहें और अपनी आत्मशक्ति को, श्रद्धा शक्ति को,कर्मशक्ति विकसित करें। देश भक्ति से जुड़े कई रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति करने हेतु छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया 7 देश भक्ति गीत 'रंग दे बसंतीÓ 'देश रंगीला-रंगीलाÓ पंजाबी भाँगड़ा जैसे गीतों में बच्चों ने खूबसूरत नृत्य की प्रस्तुति देकर सभी को थिरकने के लिए मजबूर कर दिया। समूह गीत 'स्वर्ग से सुंदर देश हमाराÓ'ए वतन मेरे वतनÓ की धून जब फिज़ा में बिखरी तो पूरा मैदान अतीत में खो गया। गीतों की महक एक-एक करके मंच पर बिखरती गई। कक्षा ग्यारहवीं की रीया पांडे एवं डोमेंद्र भारती ने अपने भाषण के माध्यम से गणतंत्र दिवस का महत्व समझाया।  अपने भाषण से उन्होंने 'सतत जागरूकता ही स्वतंत्रता की वास्तविक कीमत हैÓपर प्रकाश डाला।
मार्च पास्ट में विशेष वेश-भूषा के साथ हेडबॉय,हेडगर्ल एवं अन्य छात्र-छात्राएं कतारबद्ध होकर जब बैंड बजा रहे थे तो ऐसा लग रहा था जैसे वोमानोशत्रुओं का मनोबल तोड़ रहे हो। 
राष्ट्रीय पर्व के जश्न के साथ-साथ वसंत पंचमी का उत्सव भी मनाया गया रंग बिरंगे पतंगों से एवं रंगोलियों से शाला प्रागंण को सजाया गया था। माँ सरस्वती की पूजा अर्चना की गई।  प्रसाद वितरण किया गया। सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं सफेद, नारंगी, हरा, एवं पीले वस्त्रों में नजर आए। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती स्मिथाप्रेम एवं श्रीमती डॉ. रश्मि राठौड़ ने किया।