मकान खाली कराने को लेकर किन्नरों और युवकों ने जमकर विवाद, किन्नरों ने किया स्मृति नगर चौकी का घेराव
भिलाई। स्मृति नगर चौकी अंतर्गत चंद्र नगर कोहका में आम लोगों व किन्नरों के बीच लात घूंसे से जमकर मारपीट हुई। झगड़ा इतना बढ़ गया कि 25-30 की संख्या में किन्नर यहां जमा हो गए और सभी ने मिलकर दो युवकों को बुरी तरह से पीटा है। स्मृति नगर चौकी पुलिस ने बीचबचाव कर दोनों पक्षों में समझौता कराया। दरअसल यह विवाद किराये का मकान खाली करने को लेकर हुआ। पुलिस समझाइश बाद चौकी घेरने पहुंचे किन्नरों ने मकान खाली करने 5 दिन का समय मांगा और विवाद खत्म करने पर सहमति जताई है।
मिली जानकारी के अनुसार कोहका स्थित चंद्र नगर की स्ट्रीट 27 निवासी मकान मालिक ने अपना मकान किराया पर दिया था। उसने मकान का ऊपरी तल नायरा क्षत्रिय और रवीना क्षत्रिय नामक किन्नरों को दिया हुआ है। नीचे धीरज बंसोड़ किराये पर हैं। किरायेदार धीरज का आरोप है कि किन्नरों को मकान देने से कॉलोनी में बड़ी संख्या में किन्नर व दूसरे लोगों का आना-जाना करते हैं जिससे कॉलोनी का माहौल खराब होता है। परेशान कॉलोनीवासियों ने एकजुट होकर मकान मालिक को चेतावनी दी थी कि वह इन किन्नरों को किराये से हटा दे। मकान मालिक ने किन्नरों को मकान खाली करने का अल्टीमेटम दिया था लेकिन किन्नरों को लगा कि बंसोड़ और उसकी पत्नी के दबाव में मकान मालिक उन्हें निकाल रहा है। इसी बात को लेकर शुक्रवार उनके बीच झगड़ा होने लगा। झगड़ा बढ़ने पर वहां बड़ी संख्या में किन्नर पहुंच गए, उन्होंने बंसोड़ से मारपीट शुरू कर दी। बीच बचाव करने करने पहुंचा पड़ोसी संतोष महापात्रा को भी मारा। संतोष ने पुलिस को बताया कि धीरज व उसकी पत्नी को कई किन्नर मिलकर मार रहे थे तो वह बीच बचाव करने पहुंचा। यह देख किन्नर और भड़क गए, उन्होंने संतोष महापात्रा की भी पिटाई कर दी। जवाब में उन्होंने भी मारपीट की।
घटना बाद स्मृति नगर चौकी में किन्नरों का जमावड़ा लग गया। बड़ी संख्या में किन्नर स्मृति नगर चौकी का घेराव करने पहुंचे। चौकी प्रभारी ने मामले को शांत कराते हुए दोनों पक्षों के आवेदन लेकर उन्हें सुपेला अस्पताल मुलाहिजा के लिए भेजा। पार्षद अभिषेक मिश्रा और चंद्र नगर सोसायटी के लोग भी चौकी पहुंचे और दोनों पक्ष पुलिस की मध्यस्थता में बैठे और आपसी समझौता कराकर सभी को वापस भेजा गया। कॉलोनीवासियों और किन्नरों के बीच चौकी में हुए समझौते के मुताबिक किन्नर रवीना क्षत्रिय ने पुलिस को लिखकर दिया कि वो लोग 5 दिन के अंदर मकान खाली करके दूसरी कॉलोनी में चले जाएंगे। इस दौरान कॉलोनीवासियों द्वारा उनके साथ किसी भी प्रकार का कोई झगड़ा फसाद नहीं किया जाएगा। कालोनी के लोग भी इस समझौते पर सहमत हुए तब जाकर मामला शांत हुआ।