छत्तीसगढ़ में आईटी की कार्रवाई है जारी, रायपुर-दुर्ग से 3 करोड़ कैश व जेवरात जब्त
रायपुर। राजधानी और दुर्ग भिलाई में आयकर विभाग ने ट्रांसपोर्टर, सराफा, बिल्डर और फायनेन्शियल कारोबारियों पर दबिश दी है बिल्डर,ट्रांसपोर्टर्स समेत सप्लायर्स के आफिसों और घरों कुल 21 ठिकानों को जांच के दायरे में लिया है। कल देर शाम तक सभी ठिकानों से 3 करोड़ नगद, प्रापर्टी के पेपर्स और बड़े तादाद में ज्वेलरी मिली है जिसका मूल्यांकन किया जा रहा है। इसके लिए वैल्यूअर बुलाए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि सभी ठिकानों से आज रात तक छापा समेट लिया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार 150 से अधिक अफसरों और 60 सीआरपीएफ के सुरक्षा जवान इनमें सशस्त्र महिलाएं भी शामिल हैं। टीम कल रात से ही अलर्ट पर रखी गई थी। इन सबको शहर के बाहर एक रिजार्ट में कॉल-वेटिंग में रखा गया था। टीम को आज तड़के राजधानी के 19 और दुर्ग के 2 ठिकानों के लिए रवाना किया गया। अब तक मिली जानकारी के अनुसार हीरापुर में आरके रोडवेज,स्वास्तिक ग्रुप और दुर्ग-भिलाई में सप्लायर, फाइनेंसर, सराफा कारोबारी कमलेश बैद के दुर्ग में दो ठिकाने शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार जिन ठिकानों पर आयकर टीम मौजूद हैं उनमें हीरापुर में आरके रोडवेज शामिल है, जो सीमेंट का बड़ा कारोबार करती है। इसके अलावा रोज़बेरी रिसोर्ट कचना के आशीष अग्रवाल नरेंद्र अग्रवाल, रोजबेरी रिसोर्ट प्रा.लि.के उड़ीसा हेड ऑफिस समेत रायपुर में रिंगरोड नंबर 3 पर स्थित रिसोर्ट और पंडरी स्थित होटल लैंडमार्क समेत मालिक सुनील अग्रवाल के स्वर्णभूमि स्थित उनके घर पर कार्रवाई जारी है।