मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लॉन्च किया छत्तीसगढ़ का पहला छत्तीसगढ़ी डिजिटल रेडियो स्टेशन 'रेडियो संगवारी'
आज़ादहिन्द टाइम्स में भी उपलब्ध है रेडियो संगवारी सुनने की सुविधा
हमर भाखा हमर गीत पर आधारित है ‘रेडियो संगवारी‘
छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति का होगा व्यापक प्रचार-प्रसार
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ का पहला डिजिटल रेडियो स्टेशन ‘रेडियो संगवारी’ को लॉन्च किया। उन्होंने इस मौके पर रेडियो संगवारी के संस्थापक तथा संचालक सहित पूरी टीम को छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को व्यापक प्रचार-प्रसार की दिशा में एक बेहतर प्रयास बताते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि रेडियो संगवारी के माध्यम से छत्तीसगढ़ी लोक कला, लोक संस्कृति और गीत-संगीत को आम लोगों तक डिजिटल रेडिया स्टेशन के माध्यम से पहुंचाने के लिए रेडियो संगवारी की स्थापना की गई है, मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई। मुझे बताया गया है कि छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को एप के माध्यम से पूरी दुनिया के लोगों तक पहुंचाया जाएगा, निश्चित रूप से यह बहुत ही सराहनीय प्रयास है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की लुप्त हो रही सांस्कृतिक विधाओं और कला परंपराओं को नया जीवन देने के लिए यह प्लेटफार्म एक ताकतवर माध्यम हो सकता है। नये कलाकारों की प्रतिभाओं को भी इसके माध्यम से आसानी से दुनिया के सामने लाया जा सकता है। रेडियो की श्रोताओं की आज भी कमी नहीं है। अपने नवाचारों और अपनी नयी सोच के कारण बहुत से रेडियो स्टेशन आज भी बहुत ही लोकप्रिय है, मुझे उम्मीद है कि रेडियो संगवारी द्वारा शुरू किया जा रहा डिजिटल रेडियो स्टेशन भी ऐसा ही लोकप्रिय माध्यम बनेगा।
इस अवसर पर रेडियो संगवारी के संस्थापक राहुल शर्मा तथा सह-संस्थापक डॉ. हेमंत सिरमौर ने बताया कि रेडियो संगवारी को टू-जी इंटरनेट स्पीड पर भी आराम से सुना जा सकता है। कार्यक्रम में प्रोग्राम संचालक मनीष बघेल ने बताया कि गूगल प्ले स्टोर में “Radio Sangwari” लिखकर इसे डाउनलोड किया जा सकता है। इस अवसर पर सुश्री आर.जे. श्रेया, जगमीत सिंह, अनुज शर्मा तथा रेडियो संगवारी के समस्त सदस्य उपस्थित थे।
बीसेंट सर्विसेज की पहल पर छत्तीसगढ़ में पहला छत्तीसगढ़ी डिजिटल रेडियो स्टेशन खुला
छत्तीसगढ़ का पहला डिजिटल रेडियो स्टेशन ‘रेडियो संगवारी’ लॉन्च हो गया है. रेडियो की दुनिया में 6 साल का अंतराष्ट्रीय स्तर पर अनुभव रखने वाले राहुल शर्मा और डॉ. हेमंत सिरमौर ने ऐप बेस्ड डिजिटल रेडियो स्टेशन स्थापित किया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को इसका उद्घाटन किया. राहुल इससे पहले अमेरिका के शिकागो में स्थित 'रेडियो हिंदी' में भी काम कर चुके हैं. तब ‘अपनी भाषा कही भी, कभी भी’ प्रोग्राम वहा पर बहुत सराहा गया था.
सह- संस्थापक डॉ. हेमंत सिरमौर का कहना है कि ‘रेडियो संगवारी, हमर भाखा हमर गीत” का विज़न लिए, पारंपरिक गीत,संगीत, साहित्य, कर्मा, ददरिया, जसगीत,भावभगत, सत के रद्दा, लोकगीत, पंथी, सुवा, भरथरी, पंडवानी,भोजली, गोंडी, हल्बी भासा के नया पुराना गीत संगीत को 'रेडियो संगवारी’ अपनी आवाज़ देगा. डॉ. हेमंत का कहना है कि रेडियो संगवारी को टू-जी इंटरनेट स्पीड पर भी आराम से सुना जा सकता है.
इसके संस्थापक राहुल शर्मा से जब पूछा गया की डिजिटल रेडियो स्टेशन का कंसेप्ट उनके दिमाग में कैसे आया तो राहुल का कहना था कि जब वो अन्य प्रदेश की पारंपरिक गीत संगीत वहा के रेडियो स्टेशन में सुनते थे तब उनके मन मे कसक होती थी कि काश हमारे प्रदेश में भी कोई छत्तीसगढ़ी रेडियो स्टेशन होता, जहा लोग छत्तीसगढ़ी भाषा में पारंपरिक लोकगीत -संगीत को सुन पाते.
प्रोग्राम संचालक मनीष बघेल का कहना है कि आज हर कहीं गांव-गांव तक इंटरनेट हैं. डिजिटल मोड में जाने से ऐप के जरिए अब रेडियो को कोई भी कहीं भी सुन सकता है. गूगल प्ले स्टोर में "Radio Sangwari" लिखकर इसे डाउनलोड किया जा सकता है. इसकी सीमाओं की कोई लिमिटेशन नहीं होगी. प्रदेश का पहला छत्तीसगढ़ी डिजिटल रेडियो स्टेशन लॉन्च होने के बाद अब लोग हमारी पारंपरिक गीत, संगीत को विश्व में कही पर भी इंटरनेट की मदत से सुन सकते है. उक्त अवसर पर राहुल शर्मा, डॉ. हेमंत सिरमौर, मनीष बघेल, आरजे श्रेया, जगमीत सिंह, अनुज शर्मा एवं रेडियो संगवारी के समस्त सदस्य उपस्थित थे।