सूर्य भगवान और छठ मैया से की गई संतान की रक्षा और परिवार की सुख-शांति की कामना, स्मृतिनगर तालाब रहा आकर्षण का केन्द्र
व्रती महिलाओं ने उदित होते सूर्य को दिये अघ्र्य
भिलाई। भगवान सूर्य और छठी मैया को समर्पित छठ पर्व का चौथा और आखिरी दिन ऊषा अघ्र्य के रूप में मनाया जाता है। यह पूजा भगवान सूर्य और उनकी पत्नी ऊषा को समर्पित होती है।
छठ पूजा के चौथे दिन सोमवार को उगते हुए सूर्य को अघ्र्य दिया गया। छठ की शुरुआत नहाय-खाय से हुई थी। इसके बाद दूसरे दिन खरना होता है। तीसरा दिन संध्या अघ्र्य और चौथे दिन को ऊषा अघ्र्य के नाम से जाना जाता है। कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन छठ पूजा की जाती है। उगते सूर्य को अघ्र्य देने के बाद छठ के व्रत का पारण किया गया। व्रती महिलाएं सूर्योदय से पहले नदी के घाट पर पहुंचकर उदित होते सूर्य को अघ्र्य दिए। तत्पश्चात सूर्य भगवान और छठ मैया से संतान की रक्षा और परिवार की सुख-शांति की कामना की गई।
व्यवस्था देख पार्षद का किया धन्यवाद ज्ञापित
भिलाई के सभी तालाबों में श्रद्धालुओं की छठ पूजा मनाई गई, लेकिन इस वर्ष विशेष आकर्षण का केन्द्र वार्ड क्रमांक 2 स्थित स्मृतिनगर का तालाब रहा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां छठ पर्व मनाने पहुंचे। इस तालाब की रंग रोगन सहित विशेष रूप से रंग बिरंगे लाइटों से रोशन किया गया था। पार्षद मुकेश अग्रवाल द्वारा श्रद्धालुओं के लिए चाय-पानी के साथ-साथ चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था की गई थी। तालाब में पूजा करने पहुंची महिलाओं ने कहा कि वे यहां हर वर्ष पूजा करने आते हैं लेकिन इस वर्ष पार्षद व उनके साथियों द्वारा तालाब का स्वरूप ही बदल दिया गया। छठ पूजा के पहले यहां काफी गंदगी थी। इसके सफाई के लिए पार्षद मुकेश अग्रवाल सहित अन्य लोगों को धरना प्रदर्शन भी करना पड़ा था। श्रद्धालुओं ने पार्षद मुकेश अग्रवाल द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि कम समय में ही पार्षद के अथक प्रयास से इस तालाब का स्वरूप बदला है। आगे भी ऐसी ही व्यवस्था बनी रहे। वे हर वर्ष पूजा करने यहां आती है लेकिन इस वर्ष पार्षद द्वारा की गई व्यवस्था व तालाब की सुंदरता देख सभी वार्डवासी प्रसन्न है। वार्डवासियों ने पार्षद मुकेश अग्रवाल सहित उनकी पूरी टीम को गंदे तालाब का स्वरूप बदलने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया है। साथ ही तालाब में स्थित फौव्वारे को छठ पूजा के अवसर पर चालु करने के लिए पार्षद मुकेश अग्रवाल ने स्मृतिनगर सोसायटी के अध्यक्ष का आभार माना है।