पुलिस के समय पर पहुंचने से मिला नया जीवन 

फांसी के फंदे पर झूलने वाले को दुर्ग पुलिस ने बचाया

पुलिस के समय पर पहुंचने से मिला नया जीवन 

 दुर्ग थाना प्रभारी एवं स्टॉफ के तत्परता और मानवीय पक्ष की आमजानों ने की प्रशंसा

भिलाई। रोते- बिलकते परिवार को दुर्ग पुलिस ने खुशियां दी। पुलिस के समय पर पहुंचने से फांसी के फंदे पर झुला एक व्यक्ति को नया जीवन मिला। 
जानकारी के अनुसार 5 जुलाई रात्रि 8.30 बजे प्रार्थी चन्द्रशेखर सेन पिता स्व. ओमप्रकाश सेन उम्र 25 साल निवासी ग्राम जरवाये थाना रनचिराई जिला बलोद का अपने परिजन के साथ सूचना देने थाना दुर्ग आया और थाना प्रभारी निरीक्षक एसएन सिंह को बताया कि उसका ससूर सेलून सचंलाक आत्मराम उमरे  (सेन) पिता स्व. नारायण उमरे उम्र 49 साल निवासी पोलसायपारा दुर्ग शीतला मंदिर तालाब के नीचे दुर्ग के घर में प्रथम तल किचन रूम के शिलिंग पखों के हुक में नैलोन रास्सी से फांसी लगा लिया है, जो जमीन में मृत पड़ा हुआ हैं। किचन रूम का दरवाजा खोलने का प्रयास किये जो अंदर से बंद है। 
थाना प्रभारी द्वारा वरिष्ठ अधिकारी को सूचित कर सउनि आर. एल. वर्मा आरक्षक विनोद सिंह को रवाना किया गया। किचन का दरवाजा चेक किया गया, तो अंदर से बंद मिला उपस्थित परिजानों एवं मोहल्लेवासीयों के उपस्थिति में दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया गया। आत्माराम सेन की श्वांस चेक करने पर जीवित होने पर पूर्ण आशंका महसूस होने पर ईलाज हेतु तत्काल दुर्ग पुलिस द्वारा जिला अस्पताल दुर्ग ले कर गये। जहाँ डॉक्टर  ने जांच उपरांत आत्मराम सेन जीवित होना पाया गया। तो रोते-बिलकते परिवार के चेहरों पर खुशिया लौट आई। पुलिस द्वारा त्वारित सुझ बुझ से काम लेने पर आत्मराम सेन का जीवन बचाया जा सका। उक्त कार्यवाही में सहा. उप निरी. आर. एल. वर्मा, आरक्षक विनोद सिंह का सराहनीय योगदान रहा।
0000