सुपेला पुलिस की सक्रियता से लूट के दो आरोपी गिरफ्तार, रात्रि में अंधेरे का फायदा उठाकर लूट कर हो गए थे फरार 

सुपेला पुलिस की सक्रियता से लूट के दो आरोपी गिरफ्तार, रात्रि में अंधेरे का फायदा उठाकर लूट कर हो गए थे फरार 

भिलाई। सुपेला थाना पुलिस ने लूट के दो आरोपियों को पकड़ने में सफलता पाई है। आरोपियों द्वारा चन्द्रा मौर्या टॉकिज अंडर ब्रिज के पास लूट की घटना को अंजाम दिया गया था। आरोपियों से  सोने के अंगुठी, बाली, मोबाईल एवं बाइक जब्त की गई है। दोनों आरोपी थाना छावनी क्षेत्र का आदतन बदमाश है। पुलिस ने रवि उर्फ जसविंदर सिंह पल्ले पिता निन्दर सिंह उम्र 30 साल निवासी केम्प-1 प्रगति नगर न्यू बसंत टॉकिज के पीछे थाना छावनी भिलाई तथा शुकदीप सिंह उर्फ बछड़ा उर्फ देवा पिता पपीन्दर सिंह उम्र 23 साल निवासी केम्प-1 सुभाष चैक बीएसपी स्कूल के पास थाना छावनी भिलाई को पकड़ा है।
सुपेला थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा से मिली जानकारी के अनुसार विगत 5 जुलाई रात्रि 11-12 बजे करीबन प्रार्थी दीपक कुमार देशलहरे निवासी अटल आवास जवाहर नगर भिलाई से आरोपी रवि पल्ले एवं शुकदीप द्वारा चन्द्रा मौर्या टॉकिज अंडर ब्रिज के पास से प्रार्थी को हाथ मुक्का से मारपीट कर सोने का अंगुठी, बाली, मोबाईल व मोटर सायकल लूट कर फरार हो गया था। प्रार्थी ने इसकी शिकायत सुपेला थाने में की थी।  प्रार्थी दीपक कुमार देशलहरे की रिपोर्ट दर्ज होते ही सुपेला पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए अलग-अलग दिशाओं में आरोपियों की तलाश में जूट गई थी। मुखबीर सूचना व आरोपियों की हुलिया के आधार पर संदेहियो को उठाया गया। संदेहियो से पूछताछ किया जा रहा था। पूछताछ के दौरान संदेही रवि पल्ले द्वारा पुलिस को गुमराह करने की कोशिश किया जा रहा था। जब संदेही से बारिकी से पूछताछ करने पर वह अपनी बातो में फंसता चला गया और अंतत: अपने साथी सुकदीप के साथ लूट करना स्वीकार किया। आरोपियों ने लूट किये गये मोटर सायकल पल्सर, सोने की अंगुठी व मोबाईल को पुलिस को जप्त कराया। सुपेला पुलिस द्वारा लूट की घटना के 18 घंटे के भीतर माल-मुल्जिम को पकड़ने में सफलता मिली है। इसके अलावा अन्य अपराधों में संलिप्तता होने की संभावना है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। 
इस कार्रवाई में निरीक्षक दुर्गेश कुमार शर्मा थाना प्रभारी थाना सुपेला, उप निरीक्षक तेजराम कंवर, सउनि राजेश सिंह, आर. विशाल सिंह, अपिल चैधरी, अजीत सिंह एवं सुरेन्द्र गिरी का विशेष योगदान रहा।