डेटिंग साइट के नाम पर ठगी के मामले का मास्टर माइंड गिरफ्तार, दुर्ग पुलिस ने पश्चिम बंगाल से अब तक 6 आरोपियों को पकडऩे में पाई सफलता
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की एक बुजुर्ग से डेटिंग साइट के नाम पर 11 लाख रुपये ठगी के मामले में पद्मनाभपुर पुलिस ने गिरोह के 32 वर्षीय मास्टर माइंड तथा ठगे गए रुपयों के ट्रांजेक्शन करने वाले राकेश को पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर जिला के मोहनपुर से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।
मिली जानकारी के अनुसार नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग वैभव बैकर (भा.पु.से.), उप पुलिस अधीक्षक (सायबर) प्रभात कुमार (भा.पु.से.) के निर्देश में पद्मनाभपुर थाना प्रभारी राजीव तिवारी के तेतृत्व में 6 सदस्यीय टीम ने आरोपी को पकडऩे में सफलता पाई है। इस मामले में अब तक 3 महिला सहित 6 आरोपियों को पकड़ा गया है। पूर्व में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सोम्या ज्योतिदास पिता रजनीकांत दास, उम्र 23 वर्ष, निवासी बडोली मोहननपुर पश्चिम बंगाल, हाल मुकाम संतोषपुर कोलकाता तथा प्रिया मण्डल पिता निर्मल मण्डल उम्र 27 वर्ष निवासी 2 नबंर जोधपुर कॉलोनी कोलकाता, रेहान, दिशा बरुआ (कॉल नेम सलोनी) नितर स्व. रतन बोरुआ उम्र 23 वर्ष निवासी ब्लाक एच 161 बीपी टाउनशिप कोलकाता, शादीन खातून (कॉल नेम ईशानी) पिता स्व. राजू आलम उम्र 21 वर्ष निवासी मोमोनपुर हगेटी बाजार थाना इकबालपुर कोलकाता शामिल है।
पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि दिनांक 08.03.2023 को प्रार्थी ने पद्मनाभुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 23.09.2022 को मेरे मोबाईल पर Ekansh motem के नाम से एक एस.एम.एस. आया जिसमे । am jaeeny please call me (Truly Privety Genvine) Regards Ekansh moters फिर उसका कॉल आया और मुझे रजिस्ट्रेशन के नाम पर 2149/- रुपये लिया एवं आई.डी. बना कर मिटिंग करवाने के नाम पर 3999/- रूपये लिया उसके बाद से आज दिनांक तक अलग अलग नम्बरों से कॉल कर पैसा रिफण्ड करने के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में किस्तों में लगभग 13 लाख रुपये लेकर बोखाधड़ी कर लिये है कि रिपोर्ट पर थाना पथमनामपुर में अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 20/2023 धारा 420 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
उक्त घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुये पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव (भा.पु.से.) के द्वारा अज्ञात आरोपियों की शीघ्र पतासाजी कर गिरफ्तारी करने हेतु निर्देश प्राप्त हुये, जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव (रा.पु.से.), नगर पुलिस अधीक्षक (दुर्ग) वैभव बैकर (भा.पु.से.), उप पुलिस अधीक्षक (सायबर) प्रभात कुमार (भा.पु.से.) उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) राजीव शर्मा (रा.पु.से.) के मार्गदर्शन में एवं ए.सी.सी.यू. प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा व थाना प्रभारी पद्यमनाभपुर निरीक्षक राजीव तिवारी के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू. एवं थाना पथमनाभपुर को एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था।
टीम द्वारा प्राची से संपर्क स्थापित करते हुए अपराध से संबंधित एसएमएस, मोबाईल नम्बर, बैंक खाता डिटेल एवं अन्य सभी जानकारियाँ प्राप्त कर उनकी जानकारी फ्रॉड कॉलिंग मोबाईल नम्बर, फोड बैंक खाता स्टेटमेंट संबंधित नोडल अधिकारी से प्राप्त कर उनका सूक्ष्मता से अवलोकन किया गया। फ्रॉड कॉलर मोबाईल नम्बरों एवं बैंक स्टेटमेंट के अवलोकन के आधार पर फ्रॉड कॉलरों के गिरोह की उपस्थित एवं अपराधिक कार्य स्थल कोलकाता पश्चिम बंगाल से किया जाना सुनिश्चित की गयी। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम निरीक्षक राजीव तिवारी नेतृत्व में कोलकत्ता के लिए रवाना की गयी।
टीम द्वारा संभावित स्थल जहाँ से अपराधिक कॉल किये जा रहे वे उन स्थलों का सूक्ष्मता से रेकी कर गिरोह के सदस्यों को चिन्हांकित करते हुए उनके संबंध में जानकारी एकत्र की गयी। जिसमें यह ज्ञात हुआ कि क्रॉड कॉल कार्य 122 पुरुष एवं 03 महिलाओं के द्वारा संगठित रूप से सर्वे पार्क संतोषपुर एवं जाधवपुर से अंजाम दिया जा रहा है। तदुउपरांत टीम द्वारा स्थानीय पुलिस के सहयोग से सौम्य ज्योतिदास को सर्वे पार्क संतोषपुर में मिनी कॉल सेंटर संचालित करते हुए घेराबंदी कर पकड़ा गया एवं एक प्रिया मण्डल को जाधवपुर स्थित उसके मकान में घेराबंदी कर पकड़ा गया प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी सौम्य ज्योतिवास, प्रिया मण्डल द्वारा पुलिस को गुमराह करते रहे किन्तु सघन एवं तकनीकी रूप से पूछताछ करने पर अपना अपराध करना स्वीकार किया। आरोपियों द्वारा घटना को अंजाम देने की प्रक्रिया में बताया कि कंपनी द्वारा एसएमएस बाम्बिंग के माध्यम से स्थानीय व्यक्तियों को एसएमएस भेजा जाता है जिन्हें एसएमएस भेजा जाता है उनके द्वारा रिस्पास किये जाने पर डेटिंग साईटों के माध्यम स्थानीय मित्र बनाने का प्रलोभन देते हुए उनसे स्थानीय पिन कोड प्राप्त करते हुए गूगल के माध्यम से स्थानीय जगहों की जानकारी लेकर प्राथियों को प्रदान की जाती है एवं रजिस्ट्रेशन शुल्क, प्राईवेसी, डेटिंग मीटिंग, सिल्वर कार्ड, गोल्ड कार्ड, प्लेटिनम कार्ड एवं ग्रीन कार्ड मेम्बरशीप, लेट फीस के नाम पर प्राथियों से शुल्क जमा कराकर धोखाधड़ी की जाती थी। आरोपियों की निशान देही पर अपराध में सम्मिलित कॉलिंग नम्बर एवं मोबाइल फोन एवं एंड्रायड मोबाईल जिससे व्हाट्सअप नम्बर जिससे फ्रॉड कॉल किया जा रहा था बरामद किया गया। अग्रिम कार्यवाही थाना पद्मनाभपुर से की जा रही है।