शिवनाथ नदी में कूदे बैंक मैनेजर का 30 घंटे बाद मिला शव
दुर्ग। शिवनाथ नदी पुल के पास कार खड़ी कर गायब हुए बैंक मैनेजर के शव को आज सुबह 4:00 बजे शिवनाथ नदी स्थित महमरा एनीकट के दीवार के पास से एसडीआरएफ दुर्ग की टीम द्वारा बाहर निकाला गया। एसडीआरएफ टीम के द्वारा कल से ही बैंक मैनेजर के चौक की तलाश नदी में की जा रही थी 30 घंटे के बाद बॉडी को रिकवर किया गया। गौरतलब हो कि 28 एवं 29 सितंबर की रात्रि 2:00 बजे के करीब डोंगरगढ़ जाने वाले पद यात्रियों के द्वारा शिवनाथ नदी के छोटे पुल पर लावारिस अवस्था में कार खड़े होने की सूचना दुर्ग पुलिस को गई थी। दुर्ग पुलिस को कार के अंदर दो मोबाइल मिले थे मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस द्वारा संपर्क किए जाने पर पता चला की कार राजनांदगांव के स्टेशन पारा वार्ड 7 निवासी पलाश अग्रवाल पिता अनिल अग्रवाल की है।
परिजनों से पूछताछ पर जानकारी मिली की पलाश अग्रवाल एक निजी बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत था बुधवार की रात को रायपुर से राजनांदगांव लौट रहा था। 1 माह पूर्व उसकी सगाई हुई थी जो टूट गई थी उसके बाद से ही वह डिप्रेशन में था। कल सुबह से ही एसडीआरएफ दुर्ग की टीम द्वारा जिला सेनानी अग्रिशमन अधिकारी एवं एसडीआरएफ प्रभारी नागेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया था। एसडीआरएफ के गोताखोरों की टीम को नदी में उतारा गया वोट के माध्यम से सर्च ऑपरेशन किया गया। आज सुबह 4:00 बजे के करीब शिवनाथ नदी के छोटे पुल से 500 मीटर दूरी पर महमरा एनीकट के दीवार के पास पलाश अग्रवाल का शव फुल कर ऊपर आ गया था। जिसे एसडीआरएफ टीम ने बाहर निकाला। मृतक- पलाश अग्रवाल पिता अनिल अग्रवाल उम्र 28 वर्ष साकिन स्टेशन पारा वार्ड नंबर 7 राजनांदगांव केशव को फुलवा पुलिस के एसडीआरएफ की टीम ने सुपुर्द किया।
एसडीआरएफ प्रभारी धनी राम यादव, रूपराम टंडन , एसडीआरएफ जवान हबीब, चंदू, योगेश्वर, राजू, राजकुमार, शारदा, नरोत्तम चंदेल, रमेश, महेश, दिनेश, चंद्र प्रताप, विनय, हेमराज, मोहन का सराहनीय योगदान रहा।