कैदी के पास नहीं था हाईकोर्ट जाने को पैसे, 112 की टीम ने फांसी लगाने से बचाया

कैदी के पास नहीं था हाईकोर्ट जाने को पैसे, 112 की टीम ने फांसी लगाने से बचाया

कबीरधाम। डॉ. लाल उमेद सिंह पुलिस अधीक्षक कबीरधाम, मनीषा ठाकुर रावटे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कबीरधाम द्वारा डॉयल 112 में प्राप्त सूचनाओं पर तत्काल त्वरित कार्यवाही किये जाने समस्त डॉयल 112 कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है, कि इसी कड़ी में थाना पाण्डातराई डॉयल 112 में सी-4 रायपुर से 10/15 बजे सूचना मिली कि रिखी चंद्रवंशी नामक व्यक्ति जो अपने घर पर से रस्सी लेकर फांसी लटककर आत्महत्या करने जा रहा हूं, कहकर अपने बाड़ी तरफ निकला है, कि उक्त सूचना पर डॉयल 112 में ड्युटीरत् आरक्षक रूपेश राजपूत एवं चालक नेहरू चंद्रवंशी ने उक्त सूचना के संबंध में थाना प्रभारी पाण्डातराई को अवगत कराकर तत्काल सी-4 से प्राप्त सूचना के आधार पर मौके पर पहूंचकर सूचनाकर्ता के बताये गये जानकारी के आधार पर रिखी चंद्रवंशी की आसपास खोजबीन किया गया।

रिखी चंद्रवंशी पिता हटोई चंद्रवंशी उम्र 35 साल निवासी वार्ड नंबर 03 पाण्डातराई ने अपने बाढ़ी के आम पेड़ के डंगाल में नालोन के रस्सी को बांधकर गले में फंदा डालकर फांसी के लिए झूलने वाला ही था, कि उसी समय डॉयल 112 आरक्षक रूपेश चंद्रवंशी ने सूझबूझ का परिचय देते हुए चालक नेहरू चंद्रवंशी के साथ रिखी चंद्रवंशी को फांसी लगाने से बचाते हुए फांसी के फंदा को उसके गला से निकालकर उसे सुरक्षार्थ बचाया गया तथा रिखी चंद्रवंशी को समझाते हुए उससे इस प्रकार की घटना कारित करने के संबंध में पुछताछ करने पर बताया कि उसके विरूद्ध वर्ष 2018 में एक नाबालिग लड़के से बोईरकांटा से मारपीट करने एवं जान से मारने की धमकी देने पर धारा 302,506 भादवि एवं 6,10 पाक्सो एक्ट के केस में इसे 10 वर्ष का सश्रम कारावास हुआ है।

जिस पर वह जेल में रहकर वर्तमान में जमानत पर है व उसी प्रकरण में उसका अपील उच्च न्यायालय बिलासपुर में विचाराधानी है। जिसके लिए बिलासपुर जाने रूपये-पैसे की आवश्यकता होने पर यह परिवार वालों से पैसे की मांग किया जिस पर परिवार वाले पैसे नहीं देने पर वह नाराज व क्षुब्ध होकर फांसी लगाकर आत्महत्या करने की नियत से घर से नायलोन रस्सी लेकर बाड़ी में जाकर आम के डंगाल में फांसी लगाने वाला था।

इस प्रकार संपूर्ण मामले में एक युवक को फांसी के फंदे से बचाने में थाना पाण्डातराई डॉयल 112 में कार्यरत् आरक्षक रूपेश चंद्रवंशी एवं चालक नेहरू चंद्रवंशी ने सराहनीय कार्य किये जाने से वरिष्ठ अधिकारियों ने उनके कार्यो की प्रशंसा की है।