डीजीपी ने दुर्ग की लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था और बढ़ते अपराध पर जताई नाराजगी, घंटों कंट्रोल रुम में चली मैराथन बैठक
डीजीपी ने लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था और बढ़ते अपराध पर जताई नाराजगी, घंटों कंट्रोल रुम में चली मैराथन बैठक
भिलाई। दुर्ग संभाग में बढ़ते अपराध कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने नाराजगी जताई। उन्होंने सबसे ज्यादा दुर्ग पुलिस की भी क्लास ली। बैठक में आते ही उन्होंने 9 घंटे जाम रहे नेशनल हाइवे के मामले में जवाब तलब किया। उन्होंने अधिकारियों को फटकार भी लगाई।
जानकारी के अनुसार गुरुवार को सेक्टर-6 स्थित पुलिस कंट्रोल रुम में छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने पुलिस कंट्रोल रुम में पांच घंटे मैराथन बैठक क्राइम, कानून व्यवस्था, नक्सल आपरेशन, रोड सेफ्टी सहित तमाम विषयों पर लंबी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सुरक्षा भी देखनी है, वीआईपी ड्यूटी भी करनी होती है ,अपराधों में नियंत्रण भी जरूरी है, रोड सेफ्टी में अच्छे निर्णय लेने हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा भी देखनी है, वीआईपी ड्यूटी भी करनी होती है ,अपराधों में नियंत्रण भी जरूरी है, रोड सेफ्टी में अच्छे निर्णय लेने हैं।
डीजीपी ने कहा कि रोड एक्सीडेंट के दौरान स्थल पर जल्द से जल्द पहुंचे और हम अपने रिसोर्सेज की मैपिंग कर सकें, डायल 112, हाईवे पेट्रोलिंग, पुलिस पेट्रोलिंग एंबुलेंस का प्रयोग करके जल्द से जल्द घटनास्थल पहुंचकर रेस्क्यू आॅपरेशन चला जाए और गंभीर रूप से घायल का शीघ्र से इलाज प्रारंभ करवाया जाए ताकि जान माल का नुकसान कम से कम हो सके। गणेश विसर्जन पर डीजीपी ने कहा कि पूरे राज्य में गणेश विसर्जन के लिए अच्छा बंदोबस्त किया गया था कुछ जगहों पर छिटपुट चाकूबाजी की घटनाओं को छोड़कर सब कुछ ठीक-ठाक रहा है जहां पर मैं चाकूबाजी की घटनाएं हुई है अधिकारियों निपटने में कामयाब रहे हैं।
डीजीपी ने कहा कि दुर्ग पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा कि किसी भी घटना के होने के बाद तत्काल रिस्पांस क्यों नहीं दिया जाता। घटनास्थल पर पहुंच में एक दूसरे का इंतजार क्यों करते हैं। उन्होंने कहा कि दुर्ग जिले में लगातार लॉ एंड आर्डर की स्थिति बनने से पुलिस की इमेज खराब हो रही है। बैठक में उन्होंने सीएसपी से भी सुपरविजन डायरी से लेकर रोजनामचा तक मंगवा डाले। डीजी अशोक जुनेजा ने कहा कि रोड सेफ्टी को लेकर विशेष योजना बनाई गई है। इसे सबसे पहले दुर्ग रेंज में लागू किया जाएगा।
डीजीपी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इंटरस्टेट बॉर्डर एरिया में चेक पोस्ट बनाने का निर्णय लिया गया था। स्मगलिंग अधिकांशत ओडिशा बॉर्डर एरिया से छत्तीसगढ़ में होती रही है । इसलिए इंटर बॉर्डर स्टेट पर 23 चेक पोस्ट सीसीटीवी के साथ स्थापित हो चुके हैं। इन चेक पोस्ट के माध्यम से ट्रक के खिलाफ आॅपरेशन जारी है। इंटर स्टेट के स्मगलिंग नेटवर्क को तोड़ने में हम सफल रहे हैं। राजनांदगांव जिले में ड्रग स्मगलिंग में शामिल आरोपियों को पकड़ने में बड़ी सफलता मिली है।
डीजीपी ने कहा कि नए जिले को और भी अधिक संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं और भी अधिक संसाधन दिए जाएंगे उन्होंने कहा कि खैरागढ़ मोहला मानपुर के लिए भी आज रणनीति तय की गई है आइटीबीपी फोर्स का डिपार्मेंट छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल कार्ड अप्लाई मेंट कैसे किया जाए इस पर भी रणनीति बनाई गई है। रिस्पांस भत्ता श्री जुनेजा ने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा निर्देश दिए गए थे कि जो पुलिस अधिकारी फील्ड में काम करते हैं या क्राइम सीन में जाते उन्हें रिस्पांस भत्ता दिया जाना चाहिए परंतु अभी विचारणीय है कि जो पुलिस अधिकारी लाइन में पदस्थ है या हेड क्वार्टर में उन्हें भी रिस्पांस भत्ता दिया जाए।
श्री जुनेजा ने कहा कि बीएचयू के एक डीआईजी एसपी सरगुजा श्रीमती भावना गुप्ता एवं अन्य अधिकारियों की सोच के कारण ही प्रदेश में सीनियर सिटीजन की सुरक्षा के लिए एक सेल बनाया गया है और इस सेल की कार्य शैली के कारण दिल्ली की एक एजेंसी ने हाल ही में सम्मानित भी किया है आने वाले समय में यह सेल और अच्छा काम करेगा बुर्जुर्गो से संबंधित शिकायतो का निराकरण भी शीघ्र होगा।