कौन है दुर्ग जिले का असली बजरंगी? एक लेटर से मची खलबली
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में गत दिनों बजरंग दल के दो गुटों में भिड़ंत के बाद लोगों के बीच चर्चा का विषय है कि कौन है दुर्ग जिले का असली बजरंगी। विश्व हिंदू परिषद द्वारा जारी एक पत्र ने खलबली मचा दी है। पत्र में कहा गया है कि विश्व हिंदू परिषद द्वारा दुर्ग जिले की 3 बजरंगियों को निष्कासित कर दिया गया है।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला में 4 जुलाई को बजरंग दल के दो गुटों में आपस में भिड़ंत हो गई। पुलिस ने एक कट्टा भी जब्त किया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात की गई थी। मामला अंजोरा चौकी क्षेत्र का है।
ज्ञात हो कि रतन यादव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में बजरंग दल के कार्यकर्ता राकेश लोचन तिवारी की शिकायत करने अंजोरा चौकी जा रहे थे। इसी दौरान बजरंग दल के राकेश लोचन तिवारी भी अपने दल बल के साथ पहुंचे हुए थे। इसी दौरान दो गुटों में भिड़ंत हो गई। देखते ही देखते मामले ने तूल पकड़ लिया और आपस में विवाद होने लगा। इस घटना के बाद विश्व हिंदू परिषद द्वारा एक प्रेस नोट जारी कर बताया गया है कि संगठन द्वारा 1 वर्ष पूर्व रतन यादव, रवि निगम और कमल साहू को निष्कासित कर दिया गया है। इसके साथ ही आम जनता के बीच में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिरकार दुर्ग जिले का असली बजरंगी है कौन?