महादेव सट्टा: पकड़ा गया सबसे बड़ा बुकी, 52 अरब रुपए के लेन देन का खुलासा

महादेव सट्टा: पकड़ा गया सबसे बड़ा बुकी, 52 अरब रुपए के लेन देन का खुलासा

गुजरात। सट्टेबाजी को लेकर सुर्खियाें में आए महादेव एप मामले में गुजरात पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। गुजरात के कच्छ जिला पुलिस ने भरत चौधरी को अरेस्ट किया है। पिछले साल बेटिंग एप घोटाला सामने आने के बाद सरकार ने इस बैन कर दिया था।

कच्छ बॉर्डर रेंज IG चिराग कोरडीया के अनुसार दुबई से गुजरात के पाटन आए महादेव ऐप के डेवलपर भरत चौधरी को कच्छ बॉर्डर रेंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से पूछताछ और उसके फोन की जांच में 5200 करोड़ के वित्तीय हिसाब-किताब का पता चला है। 

पुलिस के अनुसार पुलिस को गोपनीय सूचना मिली थी कि भरत चौधरी दुबई से अपने मूल पाटन आया है। वह महादेव बेटिंग एप का पार्टनर है। इसके बाद पुलिस के द्वारा कार्रवाई अमल में लाई गई। भरत चौधरी को अरेस्ट करने पर उसके मोबाइल में सट्टेबाजी के लिए 23 आईडी मिली हैं। पुलिस ने अनुसार ऑपरेशन को तब अंजाम दिया गया। जब भरत चौधरी की एमजी कंपनी की हेक्टर गाड़ी जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर जीजे 01 डब्लूएल 3588 से बाहर जा रहा है। भरत चौधरी के मोबाइल फोन की जांच करने पर सौरभ चंद्राकर और अतुल के पास मौजूद खाते मिले हैं। व्हाट्सएप ग्रुप में सट्टा बाजार के महादेव ऐप के वार्षिक टर्नओवर के खाते कुल राशि 5213,64,94,530 का खुलासा हुआ है।

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी ने अपने साथ पार्टनर के रूप में अन्य आरोपियों के नाम भी बताए हैं। इनमें सौरभ चंद्राकर का नाम शामिल है। पुलिस के अनुसार वह वर्तमान में दुबई में रहता है। इसके अलावा अतुल अग्रवाल और दिलीप कुमार माधवलाल प्रजापति का नाम भी सामने आया है। ये भी दुबई में रहते हैं। इसके अलावा धनबाद झारखंड निवासी रविकुमार सिंह का नाम भी सामने आया है।

इन आरोपियों के अलावा रोनक कुमार भी आरोपियों में शामिल है। वह भी दुबई में रहता है। भुज साइबर क्राइम ने इंटरनेशनल क्रिकेट सट्टा नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। प्रारंभिक जांच में एक साल में 52 अरब रुपये के टर्नओवर हुआ है। यह सट्टेबाजी पाटण और दुबई से संचालित की जा रही थी। इस मामले में पुलिस ने पाटण से एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश कर 1 अगस्त तक के लिए रिमांड पर लिया है।

मामले में बॉर्डर रेंज आईजी चिराग कोरडिया ने बताया कि साइबर क्राइम पीआई को सूचना मिली थी कि भरत चौधरी, जो मूल पाटण जिले की राधनपुर तहसील कमालपुर गांव का रहने वाला है, दुबई से पाटण आया है। वह दुबई से ही महादेव बेटिंग, जो सौरभ चंद्राकर चलाता है, के साथ जुड़ा हुआ है। साथ ही अन्य अलग-अलग बेटिंग एप्लिकेशन के साथ भी उसका कनेक्शन है।

उन्हाेंने बताया कि इस जानकारी के आधार पर भरत को पाटण से दबोच लिया गया। बाद में भरत का मोबाइल जांच किया गया तो इसमें 5200 करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन की जानकारी मिली है। मामले में कई अन्य आरोपितों के भी शामिल होने का अनुमान है। इस मामले में भुज साइबर सेल टीम ने आरोपित दिलीप प्रजापति, अतुल अग्रवाल, सौरभ चंद्राकर, सिंग रविकुमार, रोनक प्रजापति के विरुद्ध पाटण बी डिविजन थाने में प्राथमिकी दर्ज की है।