बीएसएमएस द्वारा चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान से कर्मचारियों में जगी नई उम्मीद
भिलाई। भारतीय इस्पात मजदूर महासंघ (बीएसएमएस) द्वारा सेल कर्मचारियों के लंबित मुद्दों आधा अधूरा वेतन समझौत,ा बकाया 39 महीने का एरियर्स, पक्र्स में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि, 2007 की इंसेंटिव स्कीम में सुधार, कर्मचारियों के वर्षों से एनजेसीएस की सब कमेटी में लंबित पदनाम पर निर्णय न होना, कर्मचारियों के सुविधाओं एवं आर्थिक मसलों पर निर्णायक समिति एनजेसीएस को अनदेखा कर उसमें फैसला न करवाते हुए प्रबंधन द्वारा एक तरफा निर्णय लेकर नया वेतन लागू करना कर्मचारियों की मेहनत एवं कंपनी की आर्थिक लाभ को नजर अंदाज कर एक तरफा फैसला करते हुए कम बोनस सीधे कर्मचारियों के खाते में भेजना और अन्य कर्मचारी मुद्दों को लेकर पूरे सेल के संयंत्रों एवं खदानों में विरोध के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा हैं। भिलाई इस्पात संयंत्र में भी मिलाई इस्पात मजदूर संघ कर्मचारियों के बीच जाकर प्रबंधन के नीति एवं तानाशाही का विरोध करने हेतु हस्ताक्षर अभियान चला रही है जिसके तहत कोक ओवन ब्लास्ट फर्नेस इंजीनियरिंग शॉप्स, सिन्टरिंग प्लांट 2 और 3, मर्चेंट मिल, एसएमएस 2, टी एण्ड डी, आर्गनाइज़ेशन में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। कर्मचारियों ने कहा कि बीएमएस के इस प्रयास से कर्मचारियों के हित में मैनेजमेंट को निर्णय लेना ही पड़ेगा। यूनियन के महामंत्री चन्ना केशवलू ने बताया कि कर्मचारियों के लंबित मुद्दों को विधानसभा चुनाव के समय जब माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुर्ग दौरे पर आए थे उस समय भिलाई के भाजपा नेता प्रेम प्रकाश पांडे द्वारा कर्मचारियों की इन मांगों को प्रधानमंत्री को भी सौपा था और अब इस्पात महासंघ के आह्वान पर संघ कर्मचारियों के बीच जाकर कर्मचारियों से हस्ताक्षर करवाकर उनके विरोध को सेल प्रबंधन के समक्ष और मंत्रालय तक ले जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि भिलाई इस्पात मजदूर संघ कर्मचारियों के लंबित मुद्दों के निराकरण के लिए हर स्तर पर प्रयास करेगी संघ द्वारा यह हस्ताक्षर अभियान 10 नवंबर तक चलेगा जिससे कि सभी कर्मचारियों का इसमें भागीदारी हो।