संकट में हैं मातृभाषा, इसे संरक्षण देने की हैं आवश्यकता
डॉ खूबचंद बघेल शासकीय महाविद्यालय भिलाई -3 में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का आयोजन किया गया

भिलाई। डाॅ. खूबचंद बघेल शासकीय महाविद्यालय भिलाई -3 में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यकम का प्रारम्भ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अश्विनी महाजन द्वारा मातृभाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन शैक्षणिक और सांस्कृतिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि मातृभाषा हमारी संस्कृति की जड़ है। इसे संजोकर रखना हमारा कर्तव्य है। हमे अपनी भाषा की समृद्धि को बनाए रखना चाहिए ।मातृभाषा का जुड़ाव जन्म देने वाली मां से रहता है. मातृभाषा का सम्मान मां का सम्मान है और आज मातृभाषा का अस्तित्व संकट में है इसे संरक्षण देने की आवश्यकता है उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने परिवार के सदस्य व बच्चों के साथ बोलचाल की भाषा मातृभाषा रखना सुनिश्चित करना होगा।
इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ मंजुला गुप्ता ने कहा कि मनुष्य का मनोविकास मातृभाषा के द्वारा ही संभव है। मातृभाषा ही वह शक्ति है, जो मानव हृदय में छिपे विचारों, भावनाओं और अनुभवों को शब्दों में व्यक्त करने का सशक्त माध्यम है। मंच संचालन डॉ शीला विजय ने किया. इस अवसर पर सभी विभाग के प्राध्यापको एवं छात्र-छात्राओ ने अपनी मातृभाषा में विचार रखे। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के समस्त स्टाफ के विशेष सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
आजाद हिंद Times News के ऑफिशियल वाट्सअप ग्रुप से जुड़िये
https://chat.whatsapp.com/I31dTXfP82CJsB98EjUl08