डिस्पोजल प्लास्टिक निर्भरता को खत्म करने महिलाओं ने खोला बर्तन बैंक

 प्लास्टिक मुक्त करने एक और पहल

डिस्पोजल प्लास्टिक निर्भरता को खत्म करने महिलाओं ने खोला बर्तन बैंक

रिसाली। रिसाली के पाॅश कालोनी से लेकर श्रमिक बाहुल्य क्षेत्र में बर्तन बैंक का शुभारंभ किया गया है। योजना के तहत रिसाली निगम के सभापति केशव बंछोर, महिला एवं बाल विकास विभाग प्रभारी ईश्वरी साहू ने महिला सद्स्यों को बर्तन सेट सौपा। बर्तन बैंक संचालित कर महिलाएं आत्मनिर्भर भी होगी।
वर्तमान समय में पारिवारिक कार्यक्रम व उत्सव आयोजन में डिस्पोजल सामानों का बहुतायत उपयोग हो रहा है। पूर्ण रूप से प्लास्टिक नष्ट नहीं होने की वजह से पर्यावरण संतुलन बिगड़ते जा रहा है। इसे देखते हुए शासन ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरी व ग्रामीण क्षेत्रो में बर्तन बैंक खुलवाने स्वसहायता समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित कर रही है। इसी के तहत आजीविका मिशन में पंजीकृत महिला स्वसहायता समूह को बर्तन सेट दिया गया। इस अवसर पर एमआईसी सद्स्य विलास राव बोरकर, परमेश्वर कुमार समेत पार्षद डोमन लाल बारले, सुरेन्द्र बाघमारे, निगम सिंह, टीकम सिंह साहू, सरिता देवांगन, जाहिर अब्बास, छाया पार्षद सोमनाथ यादव, शेष जांगडे़, जिला महामंत्री एनएसयूआई सुरेन्द्र बाघमारे आदि उपस्थित थे।

ये समूह संचालित करेंगी बर्तन बैंक
शशि समूह स्टेशन मरोदा, राधे राधे महिला स्वसहायता समूह टंकी मरोदा, रवीना महिला स्वसहायता समूह नेवई बस्ती, सृष्टि स्वसहायता समूह शक्ति विहार वार्ड 28, दीपिका स्वसहायता समूह रूआबांधा, समृद्धि स्वसहायता समूह मरोदा सेक्टर, कुबेर स्वसहायता समूह डंुडेरा और प्रयास महिला स्वसहायता समूह स्टोरपारा पुरैना।

100 लोगो की व्यवस्था
प्रत्येक समूह को निगम ने लगभग एक लाख रूपए का बर्तन दिया है। जिसमें खाना पकाने के लिए गंज, कढ़ाही, परात समेत गिलास, कटोरी, थाली, चम्मच के अलावा परोसने का सामान शामिल है। बर्तन बैंक 100 सद्स्य के लिए बर्तन व्यवस्था कराई जाएगी।