आमार बांग्ला और हमर छत्तीसगढ़ का संगम 8 मई को
भिलाई में गीतांजलि छत्तीसगढ़ के झरोखो से
भिलाई । 8 मई को गुरु रविंद्र नाथ टैगोर के 161 में जन्म जयंती के अवसर पर एक ऐतिहासिक एवं चिरस्मरणीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। पत्रकार वार्ता में गीत वितान कला केंद्र भिलाई के मिथुन दास ने बताया कि गीतांजलि छत्तीसगढ़ के झरोखों से कार्यक्रम में 200 सुमधुर कंठो से एक साथ रविंद्र संगीत एवं छत्तीसगढ़ी लोकगीत श्रवणीय होगा। आयोजन समिति के लोगों ने कार्यक्रम के बारे में आगे बताते हुए कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर इस कार्यक्रम टैगोर म्यूजिकल मैराथन का उद्देश्य गुरु रविंद्र नाथ टैगोर का हमारे पावन छत्तीसगढ़ प्रांत के साथ सुमधुर एवं आत्मीय संबंधों पर प्रकाश डालना एवं दोनों प्रांतों के संगीत एवं संस्कृतियों को एक सूत्र में बांधना है। पत्रवार्ता में समिति के अध्यक्ष सुधेन्दु बागची, शुभेंदु बागची, शिप्रा भैमिक, श्रीमती श्रीवास्तव सहित अन्य मौजूद थे।