रामकृष्ण मिशन आईटीआई के विद्यार्थियों ने बीएसपी का किया भ्रमण
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के सहयोग से संचालित रामकृष्ण मिशन आईटीआई, नारायणपुर में वर्तमान में 377 विद्यार्थी अध्ययनरत है। ये विद्यार्थी आई टी आई के विभिन्न ट्रेड जैसे फिटर, इलेक्ट्रीशियन वेल्डर, कारपेंटर, तथा मशीनिंग आदि में औद्योगिक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
31 जनवरी को रामकृष्ण मिशन आईटीआई, नारायणपुर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे 40 विद्यार्थियों का प्रथम दल अपने अध्ययन यात्रा पर भिलाई इस्पात संयंत्र पहुंचा। मानव संसाधन विकास विभाग में इस प्रथम बैच के विद्यार्थियों के भ्रमण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक (एचआरडी एवं बीई) संजय धर, रामकृष्ण मिशन आईटीआई के ट्रेनिंग सुपरिटेंडेंट विजय गेडाम तथा एचआरडी के उप महाप्रबंधक मुकुल सहारिया उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए सीजीएम (एचआरडी एवं बीई) संजय धर ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि आप सभी भाग्यशाली छात्र है जिन्हें देश का बेस्ट इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट देखने का मौका मिल रहा है। भिलाई इस्पात संयंत्र ने सदैव ही आपके ज्ञान व स्कील को बढ़ाने का प्रयास किया है। आप बीएसपी का भ्रमण कर कुछ नया सीखें जो आपके भविष्य को संवारने में काम आएगा। आप सभी रामकृष्ण मिशन के एम्बेसडर हैं इसलिए आप सभी को अपने व्यवहार और व्यक्तित्व में इसकी झलक प्रस्तुत करनी है। भ्रमण के दौरान सुरक्षा और अपनी उत्सुकता को बनाए रखे।
इस कार्यक्रम के दौरान एचआरडी के वरिष्ठ प्रबंधक सुभाष भाई पटेल ने प्लांट ओवरव्यू पर प्रस्तुति देकर बीएसपी की क्षमताओं से रूबरू कराया। इसके साथ ही सुरक्षा अभियांत्रिकी विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक अजय टल्लु ने भ्रमण के दौरान सुरक्षा संबंधी टिप्स प्रदान किए। कार्यक्रम का संचालन व आभार प्रदर्शन एचआरडी के वरिष्ठ प्रबंधक सुभाष भाई पटेल ने किया।
इस प्रारंभिक कार्यक्रम के पश्चात सुदूर वनांचल के ये छात्र भिलाई इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस-8, एसएमएस-3, यूनिवर्सल रेल मिल तथा बार एंड रॉड मिल का भ्रमण किया। विदित हो कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने 12 दिसम्बर 2019 को रामकृष्ण मिशन आईटीआई, नारायणपुर के साथ एक समझौता किया जिसके तहत इस क्षेत्र के युवाओं को इस आईटीआई में प्रशिक्षण के दौरान बीएसपी द्वारा तकनीकी विशेषज्ञों के गेस्ट लेक्चर तथा अपने यहां इंटर्नशिप की सुविधा प्रदान करेगा। साथ ही ये विद्यार्थी अपने तकनीकी ज्ञान को बढ़ाने के लिए संयंत्र का भ्रमण भी कर सकेंगे। इसी एमओयू के तहत आज विद्यार्थियों के प्रथम दल ने संयंत्र का भ्रमण किया।