UPDATE: भिलाई के एक अस्पताल में भर्ती मरीज के शरीर में लगी चींटी, जानकारी मिलते ही पहुंचे डॉक्टरों ने किया साफ

डॉक्टर ने कहा मरीज जीवित है, चींटी लगना दुर्भाग्य जनक

UPDATE: भिलाई के एक अस्पताल में भर्ती मरीज के शरीर में लगी चींटी, जानकारी मिलते ही पहुंचे डॉक्टरों ने किया साफ

भिलाई। अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन ने क्राइम डॉन को फोन कर बताया कि एक मरीज भिलाई के नेहरू नगर स्थित चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है। मरीज के परिजन जब उनसे मिलना चाह रहे थे तो मिलने नहीं दिया जा रहा था। कहानी की पीछे की सच्चाई जानने क्राइम डॉन की टीम नेहरू नगर स्थित चंदूलाल अस्पताल पहुंची।

मरीज के परिजनों का आरोप था कि आज जब मरीज से मिलने गया तो देखा कि  पूरे शरीर में चींटी लगी हुई थी। घटना की जानकारी होने के बाद अस्पताल में काफी भीड़ इकट्ठे हो गई है। क्राइम डॉन की टीम जब अस्पताल पहुंची तो मामला कुछ और ही निकला। पहले मरीज के परिजनों द्वारा क्राइम डॉन को बताया गया था कि वे जीवित नहीं है लेकिन वह जीवित निकले। मरीज के पुत्र नील कमल साहू और हेमंत साहू ने बताया कि वे आवेश में आकर कह दिए थे कि उनके पिता जीवित नहीं है। 

आखिर क्या है मामला

क्राइम डॉन को मरीज के परिजन का फोन आता है और जानकारी मिलती है कि अस्पताल में भर्ती उनके दादा के शरीर में चींटी लगी हुई है शायद वह मर चुके हैं। क्राइम डॉन की टीम चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल पहुंची तो उन्हें जानकारी दी गई की सुभाष नगर दुर्ग निवासी रामा साहू 70 वर्ष को सांस लेने में तकलीफ होने के कारण रविवार को चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पहले उनके पुत्र नील कमल साहू, पोता कपिल साहू और संदीप साहू ने क्राइम डॉन को बताया था कि मरीज शायद पहले ही खत्म हो चुके हैं और उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा लेकिन जब डॉक्टरों से मुलाकात की गई तो यह गलत साबित हुई। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज जीवित है, और उनकी स्थिति क्रिटिकल है। इसके बाद मरीज के परिजन द्वारा उनके परिचित स्पर्श अस्पताल रामनगर के डॉक्टर आनंद को चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल मरीज के जांच के लिए लाया गया। डॉक्टर आनंद द्वारा भी मरीज की जिंदा होने की पुष्टि मरीज के परिजनों के समक्ष की गई। तब जाकर मामला शांत हुआ।

डॉक्टरों का क्या है कहना

वही इस विषय में मरीज का इलाज कर रहे हैं डॉक्टर पीयूष और डॉक्टर सौरभ का कहना है कि मरीज की स्थिति काफी क्रिटिकल है। उन्हें आईसीयू में रखा गया है। मरीज को चींटी कैसे लगी पता नहीं चल पाया। ऐसा होना नहीं चाहिए था। इसके लिए परिजनों से क्षमा भी मांगी गई। जानकारी होने के साथ ही मरीज को दूसरे बेड में शिफ्ट करा दिया गया है। आईसीयू में साफ सफाई की विशेष ध्यान रखा जाता है। इस तरह चींटी कैसे लगी यह भी जांच का विषय है। डॉक्टर अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ मरीज के इलाज में जुटे हुए है।