बबली और बंटी की जोड़ी गिरफ्तार, PMO का अफसर बन लोगों को लगाया लाखों का चूना
पुणे। सतारा पुलिस ने बबली और बंटी की एक ऐसी जोड़ी को पकड़ा है, जो खुद को PMO में राष्ट्रीय सलाहकार बताकर पूरे महाराष्ट्र में लोगों को लाखों का चूना लगाया है। एक कारोबारी की शिकायत के बाद पुलिस ने इस जोड़ी को गिरफ्तार किया है. जिसने काम करवाने के बहाने उसे 85 लाख रुपये की चपत लगाई। गोरख मराल ने बीते सोमवार को पुलिस में धोखाधड़ी की ये शिकायत दर्ज करवाई थी और पुलिस ने बुधवार को कश्मीरा और उसके साथी गणेश गायकवाड़ को सतारा से गिरफ्तार कर लिया। कश्मीरा और गणेश के खिलाफ धारा 419 यानी फर्जी पहचान बताकर धोखाधड़ी करना, धारा 420 यानी धोखाधड़ी और धारा 34 यानी अपराध का एक जैसा इरादा के आरोप लगाए गए हैं।
साल 2017 के दिसंबर महीने में महाराष्ट्र के ज्यादातर अखबारों में एक खबर छपी थी, जिसमें कहा गया था कि प्रधानमंत्री कार्यालय यानी PMO ने महाराष्ट्र के सतारा की एक युवा महिला को अपना राष्ट्रीय सलाहकार मनोनीत किया है और वो महिला अब सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करके उनके साथ सलाह मशविरा कर सकती है। उसी खबर में आगे ये भी छपा था कि 29 साल की कश्मीरा संदीप पवार ने सतारा के जिला कलेक्ट्रेट से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के जरिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार यानी NSA अजीत डोभाल के साथ बातचीत की। इसके अलावा कश्मीरा ने PMO के कई बड़े ब्यूरोक्रेट के साथ भी संवाद किया। बस मीडिया की इसी खबर को कश्मीरा ने अपना हथियार बना लिया। जिसके जरिए उसने प्रधानमंत्री कार्यालय यानी PMO के नाम पर फरेब का ऐसा कांड किया जिसने एक बार फिर सनसनी फैला दी।
याद होगा पिछले ही साल किरण पटेल नाम के एक फांदेबाज ने PMO का बड़ा अफसर बन दिल्ली से कश्मीर तक सैकड़ों बड़े अधिकारियों को उल्लू बनाया और अपना उल्लू सीधा किया था। जब उस खबर का सच सामने आया तो दिल्ली में हड़कंप मच गया था। ठीक ऐसा ही एक और किस्सा अबकी बार महाराष्ट्र के पुणे से सामने आया। लेकिन इस बार झांसा देने वाली एक महिला है, जिसने अपनी कॉन्फिडेंट और चाशनी लिपटी बातों से एक कारोबारी पर ऐसा असर डाला कि वो बैठे बिठाए लाखों से ज्यादा की रकम गंवा बैठा। फरेब का ये खेल महाराष्ट्र के पुणे में खेला गया। पुणे से बिल्डिंग मैटेरियल की सप्लाई का काम करने वाले एक कारोबारी गोरख मराल ने बंडगार्डन पुलिस स्टेशन पर एक नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई। इल्जाम था कि कश्मीरा संदीप पवार नाम की महिला ने अपनी पुरानी जान पहचान और हैसियत का हवाला देने के साथ अपनी पहुँच का रूआब दिखाकर उसे ठग लिया। कश्मीरा के इस ठगी के धंधे में उसका साथ दिया गणेश गायकवाड़ नाम के एक शख्स ने। पुलिस के पास पहुँची शिकायत के मुताबिक गणेश और कश्मीरा दोनों ही महाराष्ट्र के सतारा जिले के रहने वाले बताए गए।
पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक कश्मीरा ने गोरख मराल को ये भरोसा दिलाया कि वो PMO दिल्ली में National Advisor है। ऐसे में उसकी जान पहचान और पहुँच अब सरकार से लेकर तमाम सरकारी दफ्तरों में हो गई है। इसलिए अब किसी भी तरह के सरकारी ठेके दिलवाना उसके बाएं हाथ का काम है। गोरख मराल ने बताया कि उसने कश्मीरा और गणेश गायकवाड़ के साथ कई जगहों पर कई मीटिंग्स की। उसी दौरान बहाने से उसे अखबारों में छपी वो खबर भी दिखाई गई जिसमें सातारा की युवा महिला को राष्ट्रीय सलाहकार बनाने की खबर छपी थी। इसके साथ साथ गोरख मराल का भरोसा जीतने के लिए कश्मीरा ने अपने वॉट्सऐप पर एक ग्रुप में मौजूद कुछ ठेके के ऐसे दस्तावेज वगैराह भी दिखाए, जिसमें खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दस्तखत थे। गोरख मराल की शिकायत के मुताबिक कश्मीरा के साथी गणेश गायकवाड़ ने दावा किया था कि उसकी भारत की खुफिया एजेंसी RAW (Research and Analysis Wing) के कई बड़े अफसरों तक पहुँच है। यहां तक कि उसने एक गृह मंत्रालय की तरफ से जारी एक लेटर भी दिखाया जिसमें उसे हथियारों की सप्लाई का लाइसेंस देने की बात लिखी थी।
गोरख मराल की शिकायत के मुताबिक कश्मीरा ने कथित तौर पर दिसंबर 2019 और मार्च 2022 के बीच उनसे 50 लाख रुपये, कुछ नकद और बाकी ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए करीब 85 लाख रुपये की रकम ऐंठी थी। झांसा ये था कि वो PMO के एडवाइजर की हैसियत से उसे ठेका दिलवा सकती है। लेकिन मराल की शिकायत के मुताबिक इतनी रकम देने के बावजूद उसे कोई भी सरकारी ठेका नहीं मिला। और जब उसने कश्मीरा और गणेश गायकवाड़ से पैसे वापस मांगे तो पिछले साल यानी 10 जनवरी 2023 को जबरन वसूली की FIR लिखवाकर उसे झूठे इल्जाम में फंसा दिया। इस एफआईआर के मुताबिक गोरख मराल के साथ-साथ एक होटल मालिक को भी फंसाया गया था। इल्जाम लगा था कि इन लोगों ने 50 लाख रुपये की रकम की रंगदारी मांगी और 50 हजार रुपये जबरन वसूल भी लिए।