महंगे मोबाइल और कैमरा खरीदने का झांसा देकर हो जाता था फरार, पुलिस ने मणिपुर से किया गिरफ्तार, 12 का गैजेट्स बरामद
सरगुजा। ओएलएक्स पर मंहगे फोन बेचने का ऐड देने वालों के फोन बहाने से लेकर युवक भागने वाले आरोपी को कोतवाली पुलिस ने मणीपुर के इंफाल से गिरफ्तार किया। युवक के पास से 10 आईफोन सहित डीएसएलआर कैमरा सहित 12 लाख रूपये के गैजेट्स बरामद किए हैं। आरोपी ने कई राज्यों में चोरी की घटनाएं की हैं।
जानकारी के अनुसार अंबिकापुर कार्मेल स्कूल के पास रहने वाले देव गुप्ता ने अपना आईफोन 15 बेचने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन दिया था। वह अंबिकापुर में रहकर पढ़ाई करता है। उसका आईफोन खरीदने के लिए एक युवक ने संपर्क किया एवं उसे 30 मार्च को श्रीराम फर्नीचर दुकान के पास बुलाया। देव गुप्ता से उसने आईफोन लेकर चेक किया।
आरोपी युवक ने देव गुप्ता का दूसरा वनप्लस फोन पिता से बात करने के बहाने लिया एवं कहा कि उसके पिता पास में हैं, वह उन्हें फोन दिखाकर तुरंत आ रहा है। वह देव गुप्ता का दोनों फोन लेकर फरार हो गया एवं दोनों मोबाइलों को बंद कर दिया। देव गुप्ता ने परेशान होकर घटना की रिपोर्ट कोतवाली थाने में दर्ज कराई। रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 406 का अपराध दर्ज किया। सरगुजा एएसपी अमोलक सिंह ने बताया कि पुलिस ने जांच के लिए देव गुप्ता का कॉल रिकार्ड निकाला एवं आरोपी का फोन नंबर प्राप्त किया। उसका लोकेशन ट्रेस किया गया तो लोकेशन मणीपुर के इंफाल में मिला। अंबिकापुर से पुलिस टीम इंफाल के लिए रवाना हुई। पुलिस ने आरोपी भीम राय (29 वर्ष) निवासी बक्सर, बिहार को हिरासत में ले लिया। पुलिस उसे लेकर अंबिकापुर पहुंची। आरोपी भीम राय ने पूछताछ में उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ में महंगे मोबाइल, कैमरा क्रय करने का झांसा देकर मौक़े से मोबाइल एवं कैमरा आदि महंगी वस्तु लेकर फरार होना स्वीकार किया।
आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने बिहार, आरा, पटना, छपरा आदि जगहों से कुल 10 नग आईफ़ोन एवं एक डीएसएलआर कैमरा एवं 40000 हजार रुपये नगद बरामद किया है। जब्त गैजेट्स की कीमत 12 लाख रुपये है। देव गुप्ता का वनप्लस फोन उसने किसी को बेच दिया है। आरोपी ने बताया कि वह ओएलएक्स का ऐड देखकर ऐसे मोबाइल, कैमरा धारको की पहचान करता था, जिनके पास रसीद नहीं होती थी, ताकि वे घटना की रिपोर्ट न कर सकें। अंबिकापुर से पूर्व उसने बिलासपुर में घटना की थी। यहां के बाद वह इंफाल चला गया था। आरोपी को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली मनीष सिंह परिहार, एसआई शिशिरकान्त सिंह, अश्वनी दीवान, एएसआई अभिषेक पाण्डेय, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, आरक्षक अनुज जायसवाल, मंटू गुप्ता, सुशांत यादव शामिल थे।