बैंक कर्मचारी बनकर 3 लाख की ठगी, दुर्ग पुलिस ने 4 दिन भेष बदलकर डिलीवरी बॉय बनकर पकड़ा

बैंक कर्मचारी बनकर 3 लाख की ठगी, दुर्ग पुलिस ने 4 दिन भेष बदलकर डिलीवरी बॉय बनकर पकड़ा

भिलाई। दुर्ग जिला पुलिस ने फर्जी बैंक कर्मचारी बन लिंक भेजकर 3 लाख रुपए की ठगी के मामले का पर्दाफाश किया है। दुर्ग पुलिस ने देवघर झारखंड से साइबर ठग को  लगातार भेष बदलकर 4 दिन रैकी करके डिलीवरी बॉय बन कर पकड़ा है। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना भिलाई नगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई की है।

जानकारी के अनुसार दिनांक 01/01/2024 को प्रार्थी कविता दुबे निवासी सेक्टर 10 भिलाई द्वारा थाना भिलाई नगर में उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उनके मोबाइल नंबर पर किसी व्यक्ति का कॉल आया जो खुद को एसबीआई बैंक कर्मचारी बताया और केवाईसी अपडेट करने के नाम पर प्रार्थी को एक लिंक भेजा लिंक को खोलते ही बैंक के पेज जैसा ही नकली पेज खुला ठग द्वारा प्रार् खाता क्रमांक और उससे जुड़ी अन्य जानकारी और ओटीपी मांग कर साइबर ठगी कर इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से प्रार्थी के खाते से 300000/-₹ गबन किया गया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना भिलाई नगर मे 420 ipc के तहत मामला पंजीबध्द किया गया।

उक्त घटना को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग श्री राम गोपाल गर्ग (भा०पु० से०) द्वारा आरोपी की पता साजी कर गिरफ्तार करने निर्देश प्राप्त हुए थे। जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर जिला दुर्ग अभिषेक झा (रापुसे), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम डॉ० अनुराग झा (रापुसे), नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर विश्वदीपक त्रिपाठी (रापुसे) के मार्गदर्शन में निरीक्षक नरेश पटेल प्रभारी एसीसीयु दुर्ग, निरीक्षक संतोष मिश्रा एसीसीयु दुर्ग, निरीक्षक मनोज प्रजापति थाना प्रभारी भिलाई नगर द्वारा टीम गठित किया गया।

टीम के सदस्यों द्वारा प्रार्थी से विस्तृत जानकारी लिया गया एवं टेक्निकल टीम द्वारा महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटा कर टीम को जिला देवघर झारखंड हेतु रवाना किया गया। दुर्ग पुलिस द्वारा टेक्निकल साक्ष्यों के आधार पर भेस बदलकर जिला देवघर झारखंड के ग्राम दिलीपत्थर में आरोपी की पतासाजी की गई क्योंकि आरोपियों द्वारा फर्जी नंबरों का उपयोग किया जाता है इसलिए आरोपी का पता नहीं चल पा रहा था। लोकल मुखबिर लगाकर आरोपी को चिन्हित किया गया। आरोपी के चिन्हांकित होते ही बुदैर थाना पुलिस की सहायता से दुर्ग पुलिस टीम द्वारा डिलीवरी बॉय बनकर आरोपी को पार्सल देने के बहाने बाहर बुलाया गया, जैसे ही आरोपी उक्त मोबाइल के साथ बाहर आया, उसे नकली पार्सल दिखाकर कुछ देर उलझाया गया। इससे पहले की उसके हितैषी और रिश्तेदार उसे छुड़ाने का प्रयास करते पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे दबोच कर गांव से निकाल कर थाना लाने में सफल रहे। आरोपी के विरुद्ध अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।

दुर्ग पुलिस से देवघर भेजी गई टीम में उपनिरीक्षक भागवत ठाकुर, आर० शाहबाज खान, पन्ने लाल, अनिल गुप्ता एवं विवेचना/तकनीकी टीम उप निरीक्षक मन्नू लाल यादव, प्रधान आरक्षक चंद्रशेखर बंजीर, विजय शुक्ला आर० जावेद खान, म०आर० आरती सिंह, आर० विक्रांत यदू की भूमिका सराहनीय रही।

नाम आरोपी -- जैकी कुमार मंडल पिता सुरेश मंडल उम्र 27 वर्ष पता ग्राम दिलीपत्थर, पोस्ट मधुपुर जिला देवघर, झारखंड