महिला डॉक्टर के साथ रेप-हत्या मामले में आरोपी संजय रॉय दोषी करार, देखें VIDEO
कोलकाता। आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में प्रशिक्षु महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले में सियालदह सिविल और क्रिमिनल कोर्ट ने आज शनिवार को अपना फैसला सुनाया। अदालत ने मुख्य आरोपी संजय रॉय को दोषी करार दिया। सोमवार को सजा सुनाई जाएगी। इस दौरान कोर्ट के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती भी की गई थी। वहीं आंदोलनरत डॉक्टरों का कहना है दूसरे आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए। जब तक सभी गिरफ्तार नहीं हो जाते तब तक डॉक्टरों का आंदोलन जारी रहेगा। फैसला दोपहर के 2:30 बजे कोर्टरूम 210 में सुनाया गया। आरोपी संजय रॉय ने अदालत में दावा किया कि उसे फंसाया गया है। न्यायाधीश ने कहा कि उसे सोमवार को अदालत में बोलने का मौका दिया जाएगा। अदालत सोमवार को सजा सुनाएगी। संजय रॉय को भारतीय न्याय संहिता की धारा 64, 66 और 103(1) के तहत दुष्कर्म और हत्या का दोषी पाया गया। बता दें कि अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिर्बान दास की अदालत में 11 नवंबर को मामले की सुनवाई शुरू हुई थी। कोर्ट के निर्देश पर इस मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पहले ही आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है।
आरजी कर मामले में आरोपी संजय रॉय को सियालदह कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने पर पीड़िता के वकील राजदीप हलधर ने कहा, "मेरे सहित तीन वकीलों ने 'अभया' का प्रतिनिधित्व किया...जब हमने मौखिक तर्क दिया, तो हमने कुछ बिंदु उठाए थे और अदालत के फैसले में इनमें से 3-4 बिंदुओं का उल्लेख किया गया था...संजय रॉय ने अदालत में जो कुछ भी कहा, उसके वकील के पास जिरह करने (इसे साबित करने) के लिए कुछ नहीं था, यह सिर्फ बचाव की रणनीति थी...जब हमें चार्जशीट मिल जाएगी, अगर अभया का परिवार और हम (वकील) इससे संतुष्ट नहीं होते हैं, तो हम आगे की जांच के लिए याचिका दायर करेंगे..."
वहीं सियालदह कोर्ट के फैसले पर आरजी कर कॉलेज और अस्पताल के जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो ने कहा, "हम पहले दिन से यही कह रहे हैं कि यह व्यक्ति एक नागरिक स्वयंसेवक है और वह मेडिकल कॉलेज में कैसे घुसा और इस तरह का अपराध किया। सबूतों के साथ छेड़छाड़ की गई, उन्हें नष्ट किया गया और सीबीआई की चार्जशीट में इसका उल्लेख है, यह किसके लिए किया गया? संजय रॉय को बचाने के लिए? हम इस पर कैसे विश्वास कर सकते हैं? हम अभी भी मानते हैं कि इस मामले में और भी अपराधी शामिल हैं जो खुलेआम घूम रहे हैं। इसलिए, कृपया सभी को गिरफ्तार करें और उन्हें सजा दें... हमारी लड़ाई जारी रहेगी क्योंकि इस अपराध में एक से अधिक लोग शामिल हैं... अभी तक न्याय नहीं हुआ है, यह तो बस पहला कदम है..."
संजय रे को दोषी करार दिए जाने के बाद पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट, अभय मंच और डॉक्टरों के संयुक्त मंच ने सियालदह कोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने शेष मुख्य दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की और आंदोलन जारी रखने की कसम खाई।