बीड़ी मांगने पर हुआ झगड़ा, सिर पर पत्थर पटककर युवक की हत्या, दुर्ग पुलिस ने सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी

बीड़ी मांगने पर हुआ झगड़ा, सिर पर पत्थर पटककर युवक की हत्या, दुर्ग पुलिस ने सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी

दुर्ग। इंदिरा बाजार सब्जी मंडी में मिली लाश के मामले को दुर्ग पुलिस ने सुलझा लिया है। महज बीड़ी मांगने की बात पर हुआ झगड़ा हत्या में बदल गया। आरोपी एक नाबालिग निकला, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 9 अक्टूबर को इंदिरा बाजार सब्जी मंडी में एक शव मिला था।जिसकी पहचान नरेश ठाकुर के रूप में हुई थी। मृतक के भाई विकास राजपूत दुर्ग थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि मेरा भाई नरेश ठाकुर उर्फ छोटू जो प्रतिदिन के तरह इंदिरा मार्केट सब्जी मंडी दुर्ग के पास सोता था उस जगह में मृत अवस्था में पड़ा है। उसके सिर से काफी खून निकला है। प्रार्थी कि रिपोर्ट पर मर्ग क्रमांक कायम कर जाँच में लिया गया । 

मर्ग जाँच के दौरान घटना स्थल का फोरेसिंक टीम के द्वारा निरीक्षण किया गया। पी.एम. रिपोर्ट के आधार पर एवं फोरेंसिंक टीम के द्वारा दिये निरीक्षण के अनुसार तथा मर्ग जाँच पर से तथा क्षेत्र में लगे सी.सी.टी.व्ही फुटेज के आधार पर मुखबिर तथा आरोपी के दोस्तों से पता चलने पर आरोपी के द्वारा मृतक के सिर में पत्थर पटक हत्या करना पाया गया।आरोपी के विरूध्द अपराध धारा 103(1) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।  प्रकरण में अपचारी को  विधिवत् पुलिस अभिरक्षा में लेकर उम्र संबंधी दस्तावेज प्राप्त कर घटना के संबंध में बारिकी से पुछताछ करने पर बताया कि वह दिनांक 08.10.2025 की रात्रि में अपने दोस्त के बर्थडे पार्टी में लुचकी पारा बाजा बजाने गया था।

रात्रि लगभग 12 बजे के आसपास लुचकी पारा से पैदल बीड़ी पीते इंदिरा मार्केट सब्जी मंडी दुर्ग से होते हुए जा रहा था।सब्जी मार्केट के पास अपचारी को एक व्यक्ति मिला जो बीड़ी पीने के लिये मांगने लगा। अपचारी बालक द्वारा बीड़ी देने से मना करने पर वाद विवाद करने लगा। इसी बात को लेकर अपचारी आवेश में आकर वाद-विवाद कर रहे नरेश ठाकुर को उसकी हत्या करने की नियत से पास में पड़े पत्थर से उसके सिर में पटक दिया। प्रकरण में अपचारी बालक का कृत्य धारा सदर का अपराध घटित करना पाये जाने से विधिवत् गिरफ्तार कर बाल संप्रेक्षण गृह न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।

अपचारी - 01. विधि से संघर्षरत् बालक