संगीतमय प्रस्तुति से महान कवियों को दी गई श्रद्धांजलि
भिलाई। सुरो ओ वाणी ने प्रगति भवन, भिलाई के ऑफिसर्स एसोसिएशन भवन में सुबीर रॉय के मार्गदर्शन में एक अनोखी परिकल्पना प्रस्तुत की। कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के सुप्रसिद्ध महान "पंच कवि" को श्रद्धांजलि अर्पित करना था। कवि गुरु रबींद्रनाथ टैगोर, कवि गुरु काज़ी नज़रुल इस्लाम, कवि गुरु अतुल प्रसाद सेन, कवि गुरु द्विजेंद्र रॉय और रजनीकांत सेन को संगीतमय प्रस्तुतियाँ, कविता पाठ के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
संगीत संध्या की मुख्य अतिथि अमल कांति रॉय चौधरी वरिष्ठ रंगकर्मी, कवि, लेखक और साहित्यकार थे। विशेष अतिथि एन.के. बंछोर (मुख्य संरक्षक),अध्यक्ष,ऑफिसर्स एसोसिएशन बीएसपी थे। अन्य विशिष्ठ अतिथि डॉ. सुदेश्ना सेनगुप्ता (संरक्षक), शक्ति चक्रवर्ती (संरक्षक), घमित्रा टोकड़ार, दीपेन कुमार हल्दर, परविंदर सिंह, तुषार सिंह मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और माँ सरस्वती की पूजा कर की गई।
पाँच महान कवियों को संगीतमय श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए श्रीमती जॉली सेन,सुजाशा सेन, भास्वती बोस, सोनाली घोष,पॉली सरकार, सोमाली सर्मा, आश्मिता मुखरजी, झरना कोवार संभू साहा, दिलीप कुमार नाथ, सुकुमार देबनाथ, रथींद्र मोहन घोष सहित वाद्य संगत जयदेव दीक्षित (सितार), भुयान पुरुषोत्तम और सुरेंद्र श्रीशांत (खोल और तबला) ने प्रस्तुति दी।
संचालन श्रीमती भास्वती बोस ने की। अमल कांति रॉय चौधरी,मुख्य अतिथि ने पंच कवि की अवधारणा की प्रशंसा की और प्रतिभागियों को संगीतमय कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए बधाई दी तथा कविताओं का पाठ भी किया। आभार प्रकट श्रीमती जॉली सेन ने टीम सुर ओ बानी की ओर से सभी विशिष्ट अतिथियों, गायकों, संगीतकारों, मीडिया कर्मियों, फोटोग्राफरों और साउंड सिस्टम टीम को धन्यवाद देकर किया।