रावणभाठा में गौशाला बना मोहल्ला: सड़कों पर दूध का कारोबार, सड़कें गायों से पटीं, जनता त्रस्त, प्रशासन नींद में
भिलाई। नगर निगम भिलाई के वैशालीनगर विधानसभा अंतर्गत वार्ड 16 रावणभाठा में आवारा मवेशियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। स्थिति यह हो गई है कि यह क्षेत्र अब ‘गौशाला' में तब्दील हो चुका है। यहां हर दिन पालतू मवेशियों का झुंड सड़कों और गलियों में घूमता नजर आता है, जिससे रहवासी, राहगीर, स्कूली छात्र और स्थानीय व्यापारी सभी परेशान हैं। वहीं पार्षद केशव चौबे ने कहा कि इस बार कोई चेतावनी नहीं, सीधे जुर्माना और मवेशी जब्ती की कार्रवाई होगी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में दिखने वाले 100 में से 95 मवेशी पालतू हैं, जिन्हें मालिक दूध निकालने के बाद सड़कों पर आवारा छोड़ देते हैं। ये मवेशी सड़कों के बीचोंबीच बैठे रहते हैं, जिससे लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं। खासकर नेहरू भवन रोड से शांतिनगर जाने वाली सड़क और रावणभाठा सौंदर्यीकृत परिसर इस अराजकता का मुख्य केंद्र बन चुके हैं। रहवासियों का यह भी कहना है कि यदि अब भी कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो स्थिति और भी बिगड़ेगी। जनहित, यातायात व्यवस्था और स्वच्छता के लिए आवश्यक है कि मवेशी पालकों पर तत्काल जुर्माना और कानूनी कार्रवाई हो।
सौंदर्यीकरण पर खर्च लाखों, अब गोबर से पटा परिसर
रावणभाठा परिसर को बच्चों के खेलने और सामुदायिक आयोजन के लिए विकसित किया गया था, लेकिन आज यह गोबर और गंदगी से पटा हुआ है। नालियों में मवेशियों का गोबर भर गया है, जिससे जाम की स्थिति बन गई है और आसपास दुर्गंध फैली हुई है।
अब होगी बिना चेतावनी के कार्रवाई - चौबे
वार्ड 16 के पार्षद केशव चौबे ने बताया कि इस समस्या को लेकर तीन महीने पहले महापौर से शिकायत की गई थी। पशु पालकों और खटाल संचालकों को कई बार चेतावनी भी दी गई, लेकिन किसी ने बात नहीं मानी। अब पार्षद ने स्पष्ट कहा है कि इस बार कोई चेतावनी नहीं, सीधे जुर्माना और मवेशी जब्ती की कार्रवाई होगी। नगर निगम भिलाई द्वारा पहले भी पशु पालकों से मवेशियों को सड़कों पर न छोड़ने की अपील की गई थी, साथ ही आवारा मवेशियों की पकड़धकड़ कर गौशाला भेजने का अभियान भी चलाया गया। लेकिन जमीनी हालात बताते हैं कि कर्मचारियों की संख्या और सक्रियता अभी भी पर्याप्त नहीं है। प्रशासन और नगर निगम की ओर से सख्त कदम उठाने का अब समय आ गया है।