जीएसटी कर्मचारी ने की सुसाइड
सुसाईड नोट में किया व्यापारी द्वारा परेशान किए जाने का उल्लेख
रायपुर। के तेलीबांधा इलाके में रहने वाले एक बुजुर्ग ने खुदकुशी कर ली। वो पिछले कुछ दिनों से परेशान चल रहा था। एक कारोबारी के साथ उसका जमीन का विवाद था। मामला थाने पहुंचा। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बुजुर्ग को घेरना शुरू कर दिया था। कारोबारी भी उसकी जमीन पर नियत गड़ाए बैठा था इन्हीं बातों से तंग आकर उसने जान दे दी।
खुदकुशी करने वाले बुजुर्ग का नाम गंगा मारकंडे है। तेलीबांधा के ओवरब्रिज के पास मुख्य सड़क पर ही जीएसटी दफ्तर में क्लर्क की नौकरी करने वाले गंगा प्रसाद मारकंडे का घर है। सड़क की गली के पिछले हिस्से में ट्रांसपोर्ट कारोबारी जगमीर गरचा की जमीन है और पास ही सरकारी जमीन का बड़ा हिस्सा है। पिछले कुछ दिनों से गरचा और गंगा के बीच इसी बात को लेकर विवाद था। गंगा के परिजनों का कहना है कि सरकारी जमीन और हमारी जमीन हथियाने की नीयत से गरचा और उसका रिश्तेदार हमें धमकाते थे।
गंगा प्रसाद के बेटे राकेश मारकंडे ने बताया कि पिता जी को अक्सर जगमीर और उसका रिश्तेदार आकाश दीप उठवा लेने, घर वालों को जान से मारने की धमकियां दिया करता था। राकेश ने बताया कि कुछ दिन पहले जब पिता जी दफ्तर से घर लौट रहे थे तो रास्ता रोककर जगमीर ने पिता जी जमीन उसे बेच देने की धमकी दी। ऐसा नहीं करने पर परिवार के लोगों को और उन्हें जान से मारने की और केस में फंसाने की धमकी दी।
राकेश ने कहा कि ये बात पिता जी ने मुझ से बताई थी। हमने थाने में शिकायत की मगर पुलिस उल्टा हमपर ही कार्रवाई का दबाव बनाने लगी थी। इस बात से पिता जी करीब 15 - 20 दिनों से परेशान थे। माना में हमारा एक और मकान है वहां जाकर उन्होंने फांसी लगा दी, पड़ोसियों ने हमें खबर दी। इस पूरे विवाद को लेकर तेलीबांधा थाने के प्रभारी सोनल ग्वाला ने बताया कि सुसाइड के इस केस में हम जांच कर रहे है, तथ्यों के सामने आने के बाद जगमीर या आकाशदीप के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जांच जारी है।