कांग्रेसी नेता को जमीन आवंटन करने दस्तावेजों की कुटरचना

मामला हाउसिंग बोर्ड स्थित करोड़ों की भूखंड को कौडिय़ों के भाव बेचे जाने का

कांग्रेसी नेता को जमीन आवंटन करने दस्तावेजों की कुटरचना

भिलाई (असं)। हाउसिंग बोर्ड कालीबाड़ी चौक भिलाई स्थित भूखंड को षडयंत्र कर 10 करोड़ की जमीन को कौडिय़ों के भाव सिंगल ऑफर पर बेचने के मामले को लेकर आम आदमी पार्टी ने राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए कार्रवाई की मांग की है। 


पत्रकारवार्ता में आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष मेहरबान सिंह ने बताया कि हाऊसिंग बोर्ड दुर्ग कार्यालय में कांगे्रसी नेता धर्मेन्द्र यादव का छोटा भाई विक्रम सिंह यादव कार्यरत है। मंझिला भाई देवेन्द्र यादव कांगे्रसी विधायक है। विधायक की पत्नी डॉ. श्रुतिका ताम्रकार यादव जिस दिन अखबार में विज्ञापन आता है उसी दिन डीडी बना लेती है और जमीन खरीदने की प्रक्रिया में सबसे पहला ऑफर उनका होता है। दूसरा ऑफर धर्मेन्द्र यादव का है। दोनों के आफर में एक हजार रुपए का फर्क है। जमीन खरीदने की पूरी प्रक्रिया में पूरा परिवार शामिल है। दस्तावेजों में कही कोई बाहर का व्यक्ति नहीं है।


हाऊसिंग बोर्ड रायपुर से दिनांक 30/09/2021 को व्यसायिक भूखंड बेचने का विज्ञापन दुर्ग, बिलासपुर, नवा रायपुर वृत के लिए निकलता है। दुर्ग वृत / रीजन जगदलपुर दंतेवाड़ा, कांकेर, बालोद राजनादगांव कवर्धा आदि है। यह विज्ञापन कुछ अखबारों में तथा ऑन लाईन हाऊसिंग बोर्ड की वेबसाइड पर निकलता है। अखबार के विज्ञापन में भूखंड विवरण नहीं है। यह कि मजेदार बात ये है कि अखबार में निकला विज्ञापन कहता है कि लॉटरी को हर शुकवार को निकाला जायेगा लेकिन ऑन लाईन का विज्ञापन कहता है कि लॉटरी को हर 15 दिन में निकाला जायेगा। दिनांक 30/09/21 को विज्ञापन और दिनांक 01/10/21 जारी किए गए पत्र में संपतियों के विक्रय हेतु विज्ञप्ति प्रसारित की गई थी।

तत्संबंध में निर्देशित किया जाता है कि विज्ञप्ति दिनांक 15-15 दिन के अंतराल में प्राप्त पंजीयन का ऑफर खोला जाए लेकिन आदेश के बावजूद दिनांक 08/10/2021 शुक्रवार को विधायक की पत्नी डॉ श्रुतिका ताम्रकार यादव की तरफ ऑफर लेकर शाम 4 बजे लॉटरी खोला जाता है। उनका ऑफर राशि 2,52,50,000 है। डॉ. श्रुतिका ताम्रकार यादव द्वारा प्राप्त उच्चतम ऑफर दर को स्वीकृत करने की अनुशंसा के साथ 11/10/2021 को कार्यवाही हेतु प्रेषित किया जाता है। दिनांक 13/10/2021 उनके ऑफर का निरस्त करते हुए पुन: ऑफर आमंत्रित कर 15 दिवस के पश्चात ऑफर खोलने हेतु निर्देशित किया जाता है।


दिनांक 01/10/2021 को जारी पत्र के अनुसार विज्ञप्ति प्रसारित कर कहा गया कि किस माध्यम से हुई, जनता तक कैसे प्रसारित किया गया? दस्तावेज बताते है कि धर्मेन्द्र यादव को जमीन का आवंटन करने के लिए दस्तावेजों की कुटरचना की गई है। दिनांक 13/10/2022 को जारी पत्र के अनुसार पुन: ऑफर आमंत्रित करने की बात कही गई है जबकि ऐसा नहीं हुआ क्योंकि पुरा षडयंत्र धर्मेन्द्र यादव को जमीन आवंटन करने के लिए किया गया। यह कि पत्र के शब्द कुछ कहते है और काम कुछ और ही हुआ है।
दिनांक 21/10/2021 को विधायक देवेन्द्र यादव के बड़े भाई धर्मेन्द्र यादव ने डीडी बनाया और दिनांक 02/11/2021 को जमा किया। उनका ऑफर विधायक देवेन्द्र यादव की पत्नी से मात्र 1000 रुपए ज्यादा स्वीकार हो जाता है। सिंगल ऑफर में जमीन का आवंटन कैसे कर दिया गया? जमीन के आवंटन के बाद धर्मेन्द यादव द्वारा भूखंड स्वामी में डॉ. श्रुतिका ताम्रकार का नाम आवेदन कर जुड़वा दिया जाता है। यह पूरा षडयंत्र उक्त भूखड को विधायक देवेन्द्र यादव की पत्नी व उनके भाई धर्मेन्द्र यादव को देने के लिए रचा गया था। हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों ने जानकारी देने से मना कर दिया। विधानसभा की कार्यवाही से जानकारी में आया कि प्रथम ऑफर कर्ता विधायक देवेन्द्र यादव की पत्नी डॉ. श्रुतिका ताम्रकार यादव है।
उक्त जमीन को जल्दबाजी में बेचने, बाजार मूल्य को अनदेखा करने, रेट में काम्पीटिशन न करवाने, सिगल ऑफर में ही जमीन को बेचने का निर्णय बताता है कि यह पूरा षडय़ंत्र परिवार के किसी सदस्य, धर्मेन्द्र यादव को जमीन आवंटन करने के लिए रचा गया। आम आदमी पार्टी ने पुन: आफर को निरस्त कर ईमानदारी से पूरी प्रक्रिया करने की मांग राज्यपाल व मुख्यमंत्री से की है। 
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