मयखाने से मायूस लौट रहे शराब के शौकीन, नहीं मिल रही मनपसंद बोतल
दुर्ग। शराब के शौकीनों को मयखाने से मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। प्राइवेट और सरकारी दुकानों में मनपसंद ब्रांड का टोटा है। ब्रांडेड बीयर का स्टॉक भी गायब है। ऐसे में कई लोग पब, बार की तरफ रूख कर रहे हैं तो वहां से भी लोग मायुस होकर लौट वापस रहे। वहीं दूसरे राज्यों के लोकल ब्रांडों को छत्तीसगढ़ में ब्रांडेड बोलकर खपाया जा रहा है।
कुछ लोग ऐसे भी हैं जो ब्रांडेड शराब के कमी के कारण देशी प्लेन को अपना लिए थे, लेकिन क्वालिटी खराब होने के कारण शराब के शौकीन इससे भी मुंह मोड़ने लगे है। मदीरा प्रेमियों का कहना है कि शुरु-शुरू में देशी प्लेन की क्वालिटी बुहत अच्छी थी लेकिन अब मिलावट के कारण गुणवत्ता में कमी आई है। देशी प्लेन को पीने के बाद मदीरा पे्रमियों को सिर दर्द की शिकायत है। दुकानों में भी नित नए कंपनी के अंगे्रजी शराब देखने मिल रहे हे। छत्तीसगढ़ में बनने वाला बियर पहले 100 रुपए में 2 बोतल मिलता था। यह बियर अब दुकानों में 120 रुपए और बार में 270 में बिक रहा है।
चेकिंग के दौरान पकड़ाते है लाखों के ब्रांडेड शराब
उल्लेखनीय है कि चेकिंग के दौरान लाखों रुपए की ब्रांडेड शराब पुलिस द्वारा जब्त किया जाता है। इसमें वो बोतल शामिल होते है जो पहले दुकानों व बार में मिला करता था, जो अब नहीं दिखता। गत दिनों नारायणपुर पुलिस ने ट्रक क्रमांक सीजी 21 एच 1131 को पकड़ा था जिसमें 42 लाख 10 हजार 880 रुपए के अंग्रेजी शराब भरे हुए थे। चेकिंग के दौरान उक्त ट्रक में प्याज बोरियों के नीचे शराब मैकडावल बम्फर 40 पेटी, रॉयल स्टेग 10 पेटी, आॅफिसर च्वाईस 10 पेटी, मैक्डावल क्वार्टर 50 पेटी, रॉयल स्टेग क्वार्टर 09 पेटी, ब्लू क्वार्टर 10 पेटी, गोवा क्वार्टर 50 पेटी एवं किंग फिशर बियर 344 पेटी, कुल 4268 लीटर विदेशी शराब बरामद हुआ है जिसकी अनुमानित कीमत 42 लाख 10 हजार 880 रूपये है।