5 देशों, 18 राज्यों, 26 शहरों में 100 से जादा कलाकार शास्त्रीय संगती, नृत्य व वादन की देंगे प्रस्तुति
शास्त्रीय संगती को बढ़ावा देने भारत संस्कृति यात्रा का पांचवां आयोजन भिलाई में 14 अप्रैल को
भिलाई। हिंदुस्तान आर्ट एंड म्यूजिक सोसाइटी द्वारा विगत 11 वर्षों से भारतीय शास्त्रीय संगीत व नृत्य को बढ़ावा देने भारत सहित पूरे विश्व में कई आयोजन किए जा रहे हैं। इसी के तहत 14 अप्रैल शाम 6:30 बजे से भिलाई कृष्णा पब्लिक स्कूल एवं नृत्यभाग कला समिति के सहयोग से कृष्णा पब्लिक स्कूल ऑडिटोरियम, नेहरू नगर में भारत संस्कृति यात्रा का पांचवा कार्यक्रम आयोजन किया जाएगा। 5 देशों, 18 राज्यों, 26 शहरों में 100 से जादा कलाकारों द्वारा शास्त्रीय संगीत, नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। भारत के विभिन्न हिस्सों में कुल 35 कार्यक्रम आयोजित होंगे। भारत के असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में प्रस्तुति दी जाएगी। भारत संस्कृति यात्रा का समापन 30 दिसंबर को होगा। समापन अवसर पर कोलकाता के गंगा नदी के ऊपर प्रस्तुति दी जाएगी जहां देश भर से बड़ी संख्या में शास्त्रीय संगीत, नृत्य व वादन प्रेमी उपस्थित होंगे।
भारत संस्कृति यात्रा शुभारंभ सांसद विजय बघेल, भिलाई स्टील प्लांट के निर्देशक अनिर्बान चक्रबर्ती, हिन्दुस्थान आर्ट एंड म्यूजिक सोसाइटी के केंद्रीय अध्यक्ष पंडित प्रीसेनजीत पोद्दार, कृष्णा पब्लिक स्कूल के निर्देशक मोहन मदन त्रिपाठी, कृष्णा पब्लिक स्कूल के उपाध्यक्ष आनंद त्रिपाठी, नृत्यधाम कला समिति के निर्देशक डॉ. राखी रॉय द्वारा किया जाएगा। भिलाई कृष्णा पब्लिक स्कूल एवं नृत्यधाम कला समिति के विद्यार्थी प्रस्तुति देंगे। भारत सरकार संगीत नाटक अकादमी पुरस्कृत संतूर वादक पंडित तरुण भट्टाचार्य, तबला वादक वादक पंडित प्रोसेनजीत पोद्दार, ओडिसी नृत्यों में ओडिशा संगीत नाटक अकादमी पुरुस्कृत गुरु डॉ गजेंद्र पंढा एवं उनके शिष्या श्रीमती आर्य नदे, गजल एवं भजन गायिका अंशिका चौहान, तबला संगत देंगे मोरद्वाज वैष्णवा। इस कार्यक्रम प्रवेश निशुल्क है।
नृत्यधाम कला समिति के निर्देशक डॉ. राखी रॉय, केपीएस स्कूल की डॉ. ज्योति शर्मा एवं प्रीसेनजीत पोद्दार ने बताया कि भारत संस्कृति यात्रा द्वारा भारत की समृद्ध संस्कृति विरासत, संस्कृति को बढ़ावा देने और वैश्विक क्षेत्र में भारत की छवि को ठोस तरीके से बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। भारत संस्कृति यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत की धारणा को जोडऩा और बढ़ाना है। भारत के जाने-माने कलाकारों के साथ-साथ दुनिया के चुनिंदा युवा कलाकार भी त्यौहार में भाग लेंगे। इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य और लोक संस्कृति, युवाओं के बीच हमारी समृद्ध विरासत का प्रसार करना है और इस प्रकार समाज में शांति वापस लाना है क्योंकि हमारा मानना है कि भारत की संस्कृति में एक व्यक्ति के भीतर से सर्वश्रेष्ठ चीजों को बाहर लाने की शक्ति है। साथ ही महोत्सव का उद्देश्य भारत शास्त्रीय कला और संगीत के साथ राष्ट्रीय स्तर पर भारत के विभिन्न हिस्सों से युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देना है।
हिंदुस्तान आर्ट एंड म्यूजिक सोसाइटी का मूल उद्देश्य हमेशा संगीत की कला की प्रतिष्ठा को पुनर्जीवित करना रहा है जिसमें मुखर संगीत, वाद्य संगीत और नृत्य शामिल हैं और इस कला को बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचाने के अलावा भारत में और विदेशों में भी इस कला में व्यवस्थित प्रशिक्षण आयोजित करना है। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय उपस्थिति की योजना के तहत हिंदुस्तान आर्ट एंड म्यूजिक सोसाइटी भारत संस्कृति यात्रा 2023 का आयोजन करने जा रही है। यह कार्यक्रम 4 फरवरी 2023 को मलेशिया के कुआलालुम्पुर में भारतीय दुताबास के सहयोग से प्रारंभ हुआ। इसके बाद भारत में गिरिडीह वाराणसी, थाईलैंड में बैंकाक शहर में प्रस्तुति दी गई है। भारत संस्कृति यात्रा की समाप्ति 30 दिसंबर 2023 को होगा।