इम्तहान सिर पर लेकिन दुर्ग जिले में डीजे की तेज आवाजों पर नहीं लग पाया लगाम

मैरिज पैलेसों व गली मोहल्ले में डीजे व धुमाल के तेज आवाज से बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित

इम्तहान सिर पर लेकिन दुर्ग जिले में डीजे की तेज आवाजों पर नहीं लग पाया लगाम

दुर्ग। जिले में बच्चों का इम्तहान नजदीक है। अच्छी मार्क्स लाने बच्चे जी जान से पढ़ाई में जुटे हुए है। डीजे व धुमाल की तेज आवाज से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने लगी है। डीजे व धुमाल की तेज आवाज पर लगाम लगाने दुर्ग जिला प्रशासन द्वारा अब तक कोई पहल नहीं की गई है। जबकि प्रदेश के दूसरे जिलों में मैरिज पैलेस संचालकों व धुमाल संचालकों को शोर कम करने की हिदायत देने के साथ ही छत्तीसगढ़ कोलाहल प्रदूशण नियंत्रण अधिनियम 1985 की धारा-4 एवं धारा-6 के अंतर्गत तीव्र संगीत, हार्नटाइप, ध्वनि विस्तारक का उपयोग अनुज्ञा के बिना तत्काल प्रभाव से सम्पूर्ण  लागू कर दिया गया है। रात के एक-एक, दो-दो बजे तक आयोजित कार्यक्रमों में तेब आवाज में डीजे बजाया जा रहा है। लोगों की नींद हराम हो गई है। लोगों ने स्थानीय प्रशासन से डीजे की तेज आवाजों पर लगाम लगाने की मांग की है।
दुर्ग जिले की शासकीय तथा प्राइवेट स्कूलों की परीक्षाएं नजदीक है। सुबह से लेकर देर रात तक डीजे की तेज आवास से बच्चों की पढ़ाई सहित आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। पूर्व में प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का भी पालन नहीं किया जा रहा है। रात तक हर रोज हो रही शादियों में तेज आवाज वाले डीजे साउंड बिना किसी रोक-टोक के बज रहे है। आवाज इतनी तेज की सड़क से गुजरते समय बिल्डिंग तक हिलने लगता है। इससे जहां बच्चों को परेशानी आ रही है तो वहीं हृदय रोगी भी इस तेज आवाज को सहन नहीं कर पा रहे।
स्कूल-कालेज विद्यार्थी इन दिनों बड़े असमंजस में हैं कि पढ़ाई के लिए एकाग्रता कहां से लाएं। हर ओर कोई न कोई बड़े आयोजन हो रहे हैं। जिसके लाउड स्पीकर तेज आवाज में गज रहे हैं। शादी के डीजे और बैंड बाजे के शोर से विद्यार्थी परेशान हो चुके हैं। विद्यार्थियों की परीक्षा का समय नजदीक आ गया है, जिसे लेकर सभी पढ़ाई की ओर ध्यान दे रहे हैं। ऐसे समय में शहर का शोरगुल उनकी पढ़ाई में खलल पैदा कर रहा है। शोरगुल पर रोक लगाने के लिए सख्त कानून तो बहुत हैं, लेकिन प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली के चलते यह कानून केवल कागजों में सिमटे हुए हैं। शहर के मैरिज पैलेस एवं गार्डनों में वृहद संख्या में वैवाहिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। धुमाल से निकलने वाले तीव्र ध्वनि के कारण आम नागरिक एवं आसपास के रहवासियों में भी भारी आक्रोश व्याप्त है।