घर-घर विराजे POP की मूर्तियां, जिला प्रशासन के निर्देश की उड़ी धज्जियां
आला अधिकारियों के निर्देशों को कर्मचारियों ने लिया हल्के में
दुर्ग। प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति बेचने वाले व्यापारियों द्वारा जिला प्रशासन के निर्देशों का माखौल उड़ाते हुए POP की मूर्ति धड़ल्ले से बेच दिया गया। कई घरों में अब तक पीओपी की मूर्ति स्थापित भी हो गई होगी। कर्मचारियों द्वारा आला अधिकारियों के निर्देशों का हल्के में लेने का यह एक जीता जागता उदाहरण है। दो से तीन लोगों पर कार्रवाई करते हुए फोटो खिंचवा कर समाचार जारी करने के साथ ही निगम प्रशासन की कार्रवाई यहीं समाप्त हो जाती है। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल द्वारा भिलाई शहर में घूम घूम कर करीब 400 POP की मूर्तियां जब्त की गई। भिलाई के सेक्टर 6 से 150 मूर्ति, सुपेला से 150 मूर्ती कब्जे में लिया गया। ना जाने पीओपी की कितनी मूर्तियां अब तक बेच दी गई होगी।
ज्ञात हो कि विगत दिनों कलेक्टर सहित निगम आयुक्त द्वारा कर्मचारियों की बैठक लेकर सख्त निर्देश दिए गए थे कि शहर में कहीं भी प्लास्टर ऑफ पेरिस POP की मूर्तियां नहीं दिखनी चाहिए। प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां बेचने वालों पर कड़ी कार्यवाई के निर्देश भी दिए गए थे। लेकिन कर्मचारियों द्वारा सिर्फ खानापूर्ति की कार्यवाही की गई। 200 से 500 रुपए तक जुर्माना वसूल कर छोड़ दिया गया और निगम कर्मचारियों के जाते ही व्यापारियों द्वारा वरिष्ठ तसल्ली के साथ पीओपी की मूर्ति बेच दी गई। अब देखना यह है कि प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों को हल्के में लेने वाले कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही की जाती है।
ज्ञात हो कि क्राइम डॉन ने अपने समाचारों के माध्यम से प्रशासन को सूचित किया था कि दुर्ग जिले में बड़े पैमाने पर प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों पर मिट्टी का लेप लगाकर व्यापारियों द्वारा बेचे जाने की तैयारी चल रही है।