नक्सलियों ने पर्ची फेंक कर बस्तर फाइटर्स में भर्ती का किया विरोध
बस्तर। नक्सलियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 63 पसपुल नाला के पास बीती रात बड़ी संख्या में पर्चे फेंक कर जिले के चारो ब्लाकों में चल रहे पुलिस भर्ती अभियान का खण्डन करते हुए जिले के अन्तर्गत आने वाले चारो ब्लाक के सभी ग्राम पंचायतों व नगर पंचयतो के आदिवासी गैर आदिवासी युवक-युवतियों बेरोजगार छात्र-छात्राओं को बस्तर फाइटर्स बटालियन एवं दुर्गा महिला फाइटर्स दंतेश्वरी महिला फाइटर्स में भर्ती नही होने की अपील की है।
नक्सलियों द्वारा जारी पर्चे में लिखा गया है कि बस्तर फाइटर्स आरक्षक के जिले में किये जा रहे 300 पदों पर भर्ती का विरोध जताते हुए कहा गया है कि, स्कूल कॉलेजों में जाकर पुलिस अधिकारी पुलिस में भर्ती का पाठ पढ़ा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ शासन व पुलिस प्रशासन बस्तर के अमूल्य संसाधनों को बड़े कार्पोरेट घरानों को सौपने के लिए आदिवासी व गैर आदिवासी व दलितो को आपस मे नक्सली उन्मूलन के नाम पर लड़वा रही है। ब्रिटिश शासनकाल में भारतवासियों को सेना में भर्ती कर देश के जनता के ऊपर दमन चलाकर पूरे देश को ब्रिटिश कब्जे में लेकर जल जंगल जमीन प्राकृति संसाधनों को ईस्ट इण्डिया कम्पनी को सौपी गई।
इसी तरह आज केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा बस्तर विकास के नाम से कई जनविरोधी नीतियों को पुलिस के बल पर अमल कर रही है। आदिवासी अपनी अस्मिता अस्तित्व के लिए संघर्ष करें, बस्तर के युवक-युवतियों से हमारी अपील है कि इस पुलिस भर्ती अभियान का खंडन कर समाज सेवा के लिए अच्छी शिक्षा प्राप्त करे। जनवादी क्रान्ति के राह पर आगे बढ़े आदि का उल्लेख फेंके गए पर्चे में किया गया है।